Maha Shivratri 2022: उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में महाशिवरात्रि पर किसी भी व्यक्ति को गर्भगृह व नंदी मंडपम् में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। केवल पुजारी, पुरोहित व व्यवस्था में लगे कर्मचारियों को हो ही प्रतिबंधित क्षेत्र में आने जाने की अनुमति रहेगी।
तीन दिन तक गर्भगृह व नंदी मंडपम् में भक्तों का प्रवेश प्रतिबंधित
प्रशासक गणेश कुमार धाकड़ ने बताया कि महाशिवरात्रि पर देशभर से हजारों श्रद्धालु भगवान महाकाल के दर्शन करने आते हैं। श्रद्धालुओं को गर्भगृह, नंदी मंडपम् में प्रवेश देने से व्यवस्था बिगड़ती है तथा दर्शन में भी समय लगता है। इसलिए 28 फरवरी से 2 मार्च तक तीन दिन तक गर्भगृह व नंदी मंडपम् में भक्तों का प्रवेश प्रतिबंधित किया गया है।
गणेश मंडपम् से भगवान महाकाल के दर्शन होंगे
जानकारी के अनुसार सभी दर्शनार्थियों को केवल गणेश मंडपम् से भगवान महाकाल के दर्शन होंगे। भक्तों को कम समय में सुविधा पूर्वक भगवान के दर्शन हो सके, इसके लिए गणेश मंडपम् में एक साथ चार लाइन चलाई जाएगी।
भगवान महाकाल का घटाटोप शृंगार
ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में शिव नवरात्र के तीसरे दिन बुधवार को भगवान महाकाल का घटाटोप रूप में शृंगार किया गया। भगवान के दिव्य रूप के दर्शन कर भक्त निहाल हो गए। गुरुवार को भगवान का छबीना रूप में शृंगार होगा।शिव नवरात्र की परंपरा अनुसार पुजारियों ने सुबह सर्वप्रथम भगवान चंद्रमौलेश्वर, कोटेश्वर तथा रामेश्वर का पूजन किया। इसके बाद गर्भगृह में भगवान महाकाल का पंचामृत व चंदन से अभिषेक हुआ। पूजन के बाद 11 ब्राह्मणों ने रूद्र पाठ किया। दोपहर 1 बजे भोग आरती तथा दोपहर 3 बजे संध्या पूजन के बाद महाकाल को नवीन वस्त्र, आभूषण तथा घटाटोप मुखारविंद से शृंगारित किया।