नई दिल्ली। रूस ने यूक्रेन पर गुरुवार हमला कर दिया। आज हमले का दूसरा दिन है। रूस के हमले से यूक्रेन की राजधानी कीव से लेकर देश का अधिकांश हिस्सा दहल गया है। वहीं यूक्रेन में पढ़ाई करने के लिए गए भारतीय छात्र—छात्राएं बुरी तरह से फंस गईं हैं, जिन्हें बाहर निकलने में किसी की मदद नहीं मिल रही है। एक बंकर में करीब पौने दो सौ छात्र—छात्राओं ने शरण ली है। सभी छात्र—छात्राएं मेडिकल स्टूडेंट हैं।
इन छात्र—छात्राओं ने यूक्रेन के भारतीय एबेंसी और भारत सरकार से मदद की गुहार लगाई है। इन सभी स्टूडेंट्स का कहना है कि उनके पास जो कुछ खाने—पीने का सामान था, उसे लेकर वे जैसे—तैसे दिन काट रहे हैं, लेकिन उनका सामान कब तक उनके काम आएगा, इस बारे में कुछ भी ठी—ठीक नहीं बता सकते। इन सभी छात्र—छात्राओं ने भारत सरकार से मदद की गुहार लगाई है।
इसी तरह देश के अलग—अलग हिस्सों से यूक्रेन के अलग—अलग शहरों में फंसे स्टूडेंट्स लगातार मदद की गुहार लगा रहे हैं। मध्यमप्रदेश के रतलाम की एक स्टूडेंट वैशाली ने बताया यूक्रेन की हालत बुरी तरह से खराब हो गई है, कब उन्हें गोली लग जाए, कब सिर पर बम फट जाए, इस बारे में कुछ भी नहीं कहा जा सकता है।
इसी तरह हरियाणा के फतेहाबाद की दो युवतियां निशा और सुप्रिया ने भी भारत सरकार से मदद की गुहार लगाई है। ये छात्राएं भी मेडिकल स्टूडेंट हैं। दोनों ही छात्राएं एक फ्लैट में कैद हैं। लगातार हो रहे धमाकों से खौफ में हैं। निशा ने कहा, ‘हम यहां फंसे हैं और इस शहर में करीब एक हजार भारतीय बच्चे हैं। भारत सरकार हमे सुरक्षित यहां से निकाले क्योंकि हमले के कारण हम यहां एक फ्लैट में फंसे हैं।
पीएम मोदी ने पुतिन से की बात
इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से कल रात 25 मिनट बात की। यूक्रेन में हजारों भारतीय स्टूडेंट्स फंसे हैं, जिन्हें वहां से वापस स्वदेश लाने की कवायद की जा रही है। भारतीय छात्राएं अपनी वीडियो शेयर करके भारत सरकार से बाहर निकालने की अपील कर रही हैं।