नई दिल्ली। रूस (Russia ) के हमले ने भारत को भी जख्म दे दिया है। यूक्रेन (ukrain ) पर रूस के हमले के दौरान एक भारतीय नागरिक की मौत (death of indian citizen) हो गई है। मेडिकल की पढ़ाई कर रहे छात्र का नाम नवीन कुमार (Naveen Kumar) है और वह कर्नाटक (KARNATAKA ) के रहने वाले थे। यूक्रेन युद्ध (Ukraine war) में पहले भारतीय नागरिक के मारे जाने की पुष्टि हुई है।
एक भारतीय छात्र की मौत
With profound sorrow we confirm that an Indian student lost his life in shelling in Kharkiv this morning. The Ministry is in touch with his family.
We convey our deepest condolences to the family.
— Randhir Jaiswal (@MEAIndia) March 1, 2022
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची (Foreign Ministry spokesperson Arindam Bagchi) ने ट्वीट कर यूक्रेन के खरकीव (Kharkiv of Ukraine) में आज सुबह हुए भीषण हमले में एक भारतीय स्टूडेंट की मौत की पुष्टि की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया, ‘हम गहरे दुख के साथ इस बात की पुष्टि कर रहे हैं कि आज सुबह खरकीव में हुई बमबारी में एक भारतीय स्टूडेंट की मौत हो गई। मंत्रालय भारतीय छात्र के परिवार के संपर्क में है। हम परिवार से अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं।’
70 यूक्रेनी सैनिकों की मौत
यूक्रेन पर रूसी हमला मंगलवार को छठे दिन में प्रवेश कर गया है। दोनों देशों के बीच कल की बातचीत नाकाम होने के बाद रूस ने यूक्रेन की राजधानी कीव और दूसरे बड़े शहर खार्किव में गोलाबारी तेज कर दी है। इस हमले में खार्किव में आज एक भारतीय छात्र की मौत हो गई। ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय (British Defense Ministry) ने बताया है कि रूसी सेना ने यूक्रेन की राजधानी कीव के उत्तरी इलाके, दूसरे शहर खारकीव और चेर्निहाइव में हमले तेज कर दिया हैं और घनी आबादी वाले इलाकों में तोप से गोले बरसा रहे हैं। रूसी हमले में 70 यूक्रेनी सैनिकों की मौत हो गई है।
छात्रों को वतन लाने निकला जा रहा सुरक्षित रास्ता
रूसी हमले के बाद पांच दिनों में करीब साढ़े तीन लाख यूक्रेनी शरणार्थियों ने पड़ोसी देश पोलैंड में शरण ली है। पोलैंड के उप गृह मंत्री ने मंगलवार को कहा कि रूसी आक्रमण के बाद से लगभग 350,000 लोग यूक्रेन से पोलैंड में प्रवेश कर चुके हैं। प्रवक्ता ने बताया है कि विदेश मंत्रालय लगातार रूस और यूक्रेन के राजदूतों के साथ संपर्क में है और भारतीय नागरिकों को स्वदेश लाने के लिए सुरक्षित रास्ता निकाला जा रहा है। उन्होंने बताया कि कई छात्र अब भी खारकीव समेत दूसरे शहरों में फंसे हैं। रूस और यूक्रेन में मौजूद राजदूत भी इसी तरह के प्रयास में जुटे हैं। वहीँ अब देखना यह होगा कि भारत सरकार छात्र की मौत के बाद रूस के खिलाफ क्या एक्शन लेती है।