अवैध कामों को अंजाम देने तस्कर क्या-क्या तरीका नहीं अपनाते। गांजा तस्करों ने इस बार फिर नया तरीका अपनाया, लेकिन उनकी चालाकी काम नहीं आई और छत्तीसगढ़ पुलिस के हत्थे चढ़ गए। ट्रक में नारियल के नीचे 1050 किलो गांजा छिपाकर तस्करी करते दो अंतर्राज्यीय तस्करों को कोंडागांव पुलिस ने गिरफ्तार किया है। जब्त गांजा की कीमत 2 करोड़ 10 लाख रुपए आकी गई है। पुलिस ने दिल्ली व यूपी के तस्कर को गिरफ्तार किया है।
कोंडागांव एसपी दिव्यांग पटेल ने बताया कि मुखबिर से सूचना मिली थी कि मेटाडोर ट्रक में भारी मात्रा में गांजा लेकर तस्कर कोंडगांव की तरफ आ रहे हैं। सूचना पर प्वाइंट दिया गया और पुलिस ने मर्दापाल तिराहा के पास नाकेबंदी की। वाहनों की तलाशी के दौरान जगदलपुर की तरफ से मेटाडोर ट्रक आई, जिसे जवानों ने रुकवाया। ट्रक में भारी मात्रा में नारियल लदा हुआ था। ट्रक में सवार बदरपुर नई दिल्ली निवासी रवि हसन (31) और ग्राम रजावाल थाना गोंडा जिला-अलीगढ़ (उत्तर प्रदेश) निवासी राकेश कुमार (22) से पूछताछ की गई। दोनों गोलमोल जवाब देने लगे। इसके बाद ट्रक की जांच की गई। तब नारियल के नीचे प्लास्टिक की बोरियों में 38 पैकेट में 1050 किलो गांजा बरामद किया गया।
दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया गया
कोंडागांव एसपी दिव्यांग पटेल ने बताया कि भारी मात्रा में गांजा की तस्करी करते दो अंतर्राज्यीय तस्करों को गिरफ्तार किया गया है। रवि हसन दिल्ली और राकेश कुमार अलीगढ़ का रहने वाला है। दोनों तस्कर आंध्र प्रदेश से भारी मात्रा में गांजा लेकर छत्तीसगढ़ के रास्ते हरियाणा जा रहे थे। मुखबिर की सूचना पर कोंडगांव पुलिस ने दोनों को दबोचा है। सिटी कोतवाली में मामला पंजीबद्ध कर दोनों तस्करों को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया है।
ओडिशा से गांजा लेकर आते हैं तस्कर
छत्तीसगढ़ से ओडिशा का सीमा लगा हुआ है। जगदलपुर के धनपुंजी नाके के बाद ओडिशा के कोरापुट और जैपुर जिले से तस्कर गांजा की तस्करी करते हैं। सीमा पर कई गांजा तस्करी का मामला फूट चुका है, लेकिन तस्करी थम नहीं रहा है। मुखबिर की सूचना पर कई तस्कर पुलिस के हत्थे चढ़ जाते हैं तो कुछ जानकारी नहीं मिलने पर निकल जाते हैं। ओडिशा से छत्तीसगढ़ के रास्ते बड़ी मात्रा में गांजा की तस्करी का मामला लगाता सुर्खियों में है।