भारत में यूक्रेन के राजदूत इगोर पोलिखा ने मंगलवार को अपने देश के खिलाफ रूस के सैन्य अभियान की तुलना “राजपूतों के खिलाफ मुगलों द्वारा किए गए नरसंहार” से की।
यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव में रूसी गोलाबारी में एक भारतीय छात्र की मौत के बाद विदेश मंत्रालय (एमईए) द्वारा बुलाए जाने के बाद पोलिखा ने कहा कि उनका देश दुनिया के हर प्रभावशाली नेता से आग्रह कर रहा है, उनमें से एक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं।
उन्होंने कहा कि यूक्रेन रूसी हमले को रोकने के लिए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ हर संभव संसाधनों का उपयोग करने के लिए विश्व से नेताओं से आग्रह कर रहे हैं।
इगोर पोलिखा ने कहा, “यह मुगलों द्वारा राजपूतों के खिलाफ किए गए नरसंहार की तरह है। हम दुनिया के सभी प्रभावशाली नेताओं, जिनमें मोदी जी भी शामिल हैं, से पुतिन के खिलाफ बमबारी और गोलाबारी रोकने के लिए हर संसाधन का इस्तेमाल करने को कह रहे हैं।”
It’s like the massacre arranged by Mughals against Rajputs. We are asking every time all influential world leaders, among them Modi Ji, to use every resource against Putin to stop bombing and shelling: Dr Igor Polikha, Ambassador of Ukraine to India on #RussiaUkraineCrisis pic.twitter.com/vTtCsBu6IH
— ANI (@ANI) March 1, 2022
विदेश मंत्रालय के अधिकारियों के साथ अपनी बैठक के बारे में पोलीखा ने कहा कि भारत द्वारा यूक्रेन को दी जा रही मानवीय सहायता के तौर-तरीकों पर चर्चा हुई। “हम इस सहायता को शुरू करने के लिए भारत के आभारी हैं। पहला विमान आज पोलैंड में उतरने की उम्मीद है। मुझे विदेश सचिव द्वारा आश्वासन दिया गया था कि यूक्रेन को अधिकतम मानवीय सहायता मिलेगी।”
पोलिखा ने कर्नाटक के मेडिकल छात्र नवीन शेखरप्पा के निधन पर भी शोक व्यक्त किया, जिनका रूसी गोलीबारी में खार्किव में मौत हो गई। उन्होंने कहा कि हमले पहले सैन्य स्थलों तक ही सीमित थे, लेकिन अब नागरिक क्षेत्रों में भी हो रहे हैं।
उन्होंने कहा, “यूक्रेन के खार्किव में गोलाबारी में मारे गए भारतीय छात्र नवीन शेखरप्पा की मौत पर मेरी गहरी संवेदना है। पहले, सैन्य स्थलों पर गोलाबारी और बमबारी होती थी, लेकिन अब नागरिक क्षेत्रों में भी हो रही है।”