आज महाशिवरात्रि(mahashivratri ) के पावन पर्व पर पूरे देश( all over india) में जश्न का माहौल है।भोर से ही लाखों भक्त हजारों मंदिरों में बाबा के दर्शन करने पहुंचे हैं।वैसे तो हर दिन भगवान का ही होता है, लेकिन आज के दिन में कुछ अलग खासियत है।आज का दिन भगवान शिव (god shiv)को समर्पित है। फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी पर महाशिवरात्रि होती है। आज मां पार्वती और बाबा भोले अपने भक्तों से खुश होकर उनकी हर मनोकामना (wishes)पूरी करते हैं।
आगरा(aagra ) के रावत पाड़ा में श्रीमनकामेश्वर मंदिर( temple) शहर का एक विशेष स्थान माना जाता है। खबरों के मुताबिक, इस मंदिर में शिवलिंग की स्थापना खुद भगवान शिव ने की थी। महाशिवरात्रि के दिन हजारों भक्त यहां सुबह से ही यहां लाइन लगाते हैं।कहा जाता है कि जिन भक्तों की मनोकामना( wishes) पूरी हो जाती है।
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कैसे हुई शिवलिंग ( shivling)की स्थापना
रिपोर्ट्स(reports ) के मुताबिक, मंदिर के महंत ने बताया कि ऐसी मान्यता है कि द्वापर युग में भगवान शिव कैलाश से आगरा आए थे।उस समय श्री कृष्ण जन्मे थे और शिव उनके दर्शन के लिए यहां पधारे।जिस स्थान पर मनकामेश्वर मंदिर बना है, यहां पर शिव(shiv ) ने विश्राम किया था। जब शिव जी श्रीकृष्ण के दर्शन करने पहुंचे तो उनकी वेशभूषा देखकर मां यशोदा(maa yashoda ) डर गईं। ऐसे में उन्होंने भगवान शिव को बाल कृष्ण के दर्शन कराने से मना कर दिया. यह सुन भगवान शिव रो दिए। फिर मां यशोदा ने उन्हें कान्हा को शिवजी की गोद में दे दिया।