रूस और यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग (Russia-Ukraine War) का आज छठवां दिन है। हालात बद से बदतर हो चुके हैं। रूस (Russia) और यूक्रेन (Ukraine) के राष्ट्रपतियों के बीच वार्ता बेनतीजा रही है, जिसके बाद फिलहाल संघर्ष विश्राम के आसार नजर नहीं आ रहे हैं, इस बीच यूक्रेन (Ukraine) में फंसे भारतीयों के लिए नई एडवाइजरी (Latest Advisory) जारी की गई है, जिसमें तुरंत लोगों को राजधानी (Capital) कीव (Kyiv) छोड़ने को कहा गया है। यूक्रेन में अभी भी हजारों भारतीय (Indians) फंसे हैं। भारत ने आज अपने सभी नागरिकों से यूक्रेन (Ukraine) की राजधानी कीव (Kyiv) को तत्काल छोड़ने का आग्रह किया है।
15 हजार से ज्यादा फंसे
रूस के हमले की वजह से यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों (Indian Student’s) और अन्य नागरिकों (Indians) के लिए भारत सरकार (Government of India) की ओर से नए दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। गौरतलब है कि भारत सरकार विशेष विमान (Special Flights) भेज कर भारतीय नागरिकों (Indians) को निकालने का प्रयास कर रही है लेकिन उसमें ज्यादा सफलता नहीं मिल पा रही है। अब भी 15 हजार के करीब भारतीय वहां फंसे हैं और बेहद मुश्किल में हैं। उनके साथ रूस, यूक्रेन और पोलैंड के सैनिकों ने जगह-जगह मारपीट की है। भारी ठंड के बीच वे जैसे तैसे अपनी जान बचाने का इंतजाम कर रहे हैं।
पश्चिमी हिस्से में बढ़ने कहा
इस बीच, विदेश मंत्रालय ने संकटग्रस्त यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को देश के पश्चिमी हिस्से की ओर बढ़ने की कोशिश करनी चाहिए और आसपास की जगहों में रहना चाहिए। यह भी कहा गया कि उन्हें सीधे सीमा पर नहीं पहुंचना चाहिए। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने संवाददाताओं से कहा कि छात्रों को अधिकारियों के साथ समन्वय करने के बाद ही पड़ोसी देशों- पोलैंड, हंगरी, स्लोवाकिया, रोमानिया और मोल्दोवा की सीमा पार करने के लिए जाना चाहिए।
यूक्रेन की सीमा पर करें
अरिंदम बागची ने बताया- ऑपरेशन गंगा (Operation Ganga) के तहत छह उड़ानों के जरिए अब तक 1,396 छात्रों को भारत पहुंचाया गया है। अगले 24 घंटों में तीन और उड़ानें भेजने की योजना है, जिसमें से दो उड़ानें बुखारेस्ट से दिल्ली (Delhi) और मुंबई (Mumbai) की जबकि एक उड़ान बुडापेस्ट से दिल्ली की होगी। विदेश मंत्रालय ने छात्रों और उनके माता-पिता से कहा कि वे उड़ानों की उपलब्धता को लेकर घबराएं नहीं। बागची ने कहा- उड़ानें सीमित नहीं हैं। कृपया चिंतित न हों। एक बार जब आप यूक्रेन की सीमा पार कर लेंगे, तो हम और उड़ानें सुनिश्चित करेंगे। हमारी मुख्य चिंता यह सुनिश्चित करना है कि भारतीय सुरक्षित रूप से यूक्रेन की सीमा पार कर सकें।
कीव में नहीं अब कर्फ्यू
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि यूक्रेन की राजधानी कीव में कर्फ्यू (Curfew in Kyiv) नहीं और लोगों को वहां से आवाजाही की अनुमति है। उन्होंने कहा कि भारतीयों को कीव रेलवे स्टेशन (Kyiv Railway Station) जाना चाहिए, जहां से वे पश्चिमी सीमा की ओर जाने के लिए ट्रेन ले सकते हैं। यूक्रेन सरकार कीव (Kyiv) से मुफ्त ट्रेन (Free Train) सेवा चला रहे हैं। इससे पहले राजधानी कीव में वीकेंड कर्फ्यू था, जिसे सोमवार को हटा लिया गया।