ऐसा बहुत बार होता है जब हम सेहत संबंधी मामलों को बहुत हल्के में ले लेते हैं. लेकिन उसके नतीजे काफी गंभीर साबित होते हैं. ऐसा ही एक मामला हाल ही में सामने आया है. जहां एक व्यक्ति को लंबे समय से सांस लेने में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा था. डॉक्टर से इसकी जांच कराने पर एक ऐसी चीज के बारे में पता चला जिसे जानने के बाद आप भी हैरान रह जाएंगे.
38 वर्षीय एक पुरुष को सालों से दाहिने नथुने से सांस लेने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था. जिसके बाद व्यक्ति माउंट सिनाई नाम के एक क्लीनिक गया जहां उसे एक ऐसी सच्चाई के बारे में पता चला जिससे उसके पैरों तले जमीन खिसक गई. व्यक्ति की राइनोस्कोपी की गई. राइनोस्कोपी एक प्रक्रिया है जिसमें मरीज की नाक की जांच करने के लिए उसमें एक ट्यूब डाली जाती है. ट्यूब में कैमरा लगा होता है. जांच में पाया गया कि व्यक्ति की नाक के पिछले हिस्से में एक दांत उग गया था जो बिल्कुल हड्डी की तरह ही नजर आ रहा था.
डॉक्टरों ने न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन में दिसंबर की एक रिपोर्ट में लिखा कि व्यक्ति के चेहरे पर कोई चोट नहीं आई थी. और ना ही सिर और चेहरे पर कोई असमानता नजर आ रही थी. ओरल और मैक्सिलोफेशियल सर्जन डॉ. सागर खन्ना और डॉ. माइकल टर्नर ने इसकी अच्छे से जांच की और व्यक्ति के दाहिने नथूने के अंदर एक कठोर, सफेद चीज देखी.
इस दांत का साइज 14 मीलीमीटर था जिसे डॉक्टरों द्वारा बिना किसी दिक्कत के हटा दिया गया. इसे हटाने के तीन महीने बाद व्यक्ति की फिर से जांच की गई जिसमें सभी चीजें सामान्य पाई गई. साथ ही व्यक्ति को सांस लेने के दौरान भी कोई समस्या नहीं हो रही थी.
ऑस्ट्रेलियाई ऑर्थोडॉन्टिस डॉ. पीटर मैकमोहन के अनुसार, एक्टोपिक दांत असामान्य नहीं हैं, गमलाइन में जगह ना मिलने कारण यह मुंह के किसी भी हिस्से में उग सकते हैं. यह समस्या जेनेटिक भी हो सकती है. इस तरह के और भी कई मामले सामने आ चुके हैं. साथ ही कुछ ऐसे केस भी सामने आए हैं जहां लोगों में इसके कोई लक्षण नजर ही नहीं आए और स्कैन के दौरान गलत जगह पर दांत उगने के बारे में पता चला.