रायपुर। आदि अनादि काल से भगवान शिव की पूजा होती आ रही है। जिस प्रकार भगवान शिव ने विष ग्रहण कर इस सृष्टि को बचाया था, उसी तरह हमें भी अपने आसपास के निगेटिविटी का विषपान कर दुनिया में सकारात्मक बातों को फैलाना होगा। यह बातें छत्तीसगढ़ खनिज विकास निगम के अध्यक्ष गिरीश देवांगन ने महाशिवरात्रि पर्व पर आयोजित कार्यक्रम में कही। कार्यक्रम का आयोजन संस्कृति विभाग के सहयोग से नई दिशा एजुकेशन सेवा समिति द्वारा दतरेंगा स्थित आदर्श नर्सिंग कॉलेज (Adarsh Nursing College) में किया गया ।
कार्यक्रम में विशेष अतिथि पूर्व विधायक नवीन मार्कण्डेय (MLA Naveen Markandeya) ने कहा कि जहाँ आस्था है वहाँ भगवान है। जैसे वाहन में ब्रेक न हो तो दुर्घटना होने का ख़तरा रहता है उसीप्रकार जीवन में भगवान रूपी ब्रेक न हो तो जीवन बर्बाद हो जाता है। इसलिए जीवन में सफल होने के लिए ईश्वर रूपी अनुशासन का होना अति आवश्यक है।
कार्यक्रम अध्यक्ष विजय अग्रवाल (Vijay Agarwal) ने एक कहानी के माध्यम से महाशिवरात्रि के महत्व को समझाया। वहीं आदर्श महाविद्यालय की प्राचार्य डॉक्टर अभिलाषा रज़क (Dr Abhilasha Razak) ने महाशिवरात्रि पर्व के वैज्ञानिक आधार पर प्रकाश डाला और अपनी संस्कृति की रक्षा करने का आह्वान किया।
कार्यक्रम के संयोजक दानसिंह देवांगन (Dansingh Devangan) ने पाश्चात्य संस्कृति की तुलना करते हुए भारतीय संस्कृति को बेहतर बताया। कार्यक्रम में सुरता- मोर माटी की पहचान ग्रूप द्वारा शिव आराधना, शिव श्रोतम प्रस्तुत कर दर्शकों को भावविभोर कर दिया वहीं आदर्श नर्सिंग कॉलेज के छात्रों- छात्राओं ने शिव तांडव की शानदार प्रस्तुति देकर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। मंच संचालन तामेश वर्मा (Tamesh Verma) ने किया साथ ही उनके ग्रूप ने भजन भी सुनाया।