राजधानी रायपुर के कचहरी चौक स्थित बाल आश्रम परिसर में आज राष्ट्रीय विद्यालय समिति, बाल आश्रम समिति एवं अखिल भारतवर्षीय माहेश्वरी महिला संगठन के संयुक्त तत्वावधान में आज महिला दिवस के अवसर पर बालिकाओं एवं महिलाओं को आमनिर्भर बनाने के हेतु सिलाई मशीन प्रशिक्षण केन्द्र बाल आश्रम परिसर में खोला गया। प्रशिक्षण केन्द्र उद्घाटन कार्यक्रम मुख्य अतिथि माननीय सत्यनारायण शर्मा पूर्व मंत्री मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ एवं वर्तमान विधायक ग्रामीण थे। इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता राजश्री महंत डॉ राम सुन्दर दास अध्यक्ष, राज्य गौ सेवा आयोग छग के द्वारा की गई। इस दौरान विशेष अतिथि के रूप में ज्योति राठी राष्ट्रीय कोषाध्यक अखिल भारतवर्षीय महिला संगठन उपस्थित थी।
इसके अलावा कार्यक्रम में राष्ट्रीय विद्यालय समिति के अध्यक्ष अजय तिवारी, सचिव रुप चंद श्री श्रीमाल, अनिल गुप्ता कोषाध्यक्ष राजकिशोर नत्थानीमानी, आदि भी उपस्थित थे। वही कार्यक्रम में उषा मोहन्ता राष्ट्रीय समिति प्रभारी के अलावा कार्यक्रम में प्रतिभा जी नत्थानी सह प्रभारी राष्ट्रीय समिति तथा समिति संयोजिका कल्पना राठी अखिल भारतीय माहेश्वरी महिला संगठन थी। वही कार्यक्रम में गोकुल दास डागा, मदनलाल तालेडा, गोवर्धन दास डागा, विजय दम्मानी, पी आर गोलदा उपस्थित थे। वही कार्यक्रम में डागा महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ संगीता घई, प्राध्यापिका अलावा समस्त प्राध्यापक गण उपस्थित थे।
कार्यक्रम की शुरुआत मंच में उपस्थित अतिथियों के स्वागत से हुई। इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सत्यनारायण शर्मा ने कहा कि जहां जहां नारीशक्ति कि पुजा कि जाती है वहां देवताओं का वास होता हैं। इस दौरान कार्यक्रम की अध्यकता कर रहे गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष राज महंत, डॉ राम सुंदर दास ने अपने सम्बोधन में सीता मैया का उदहारण देते हुए कहा कि त्रेतायुग में राजा जनक सीता मैया के विदाई के बाद प्रथम बार जब चित्रकूट में मिले तो उन्होंने कहा कि बिटिया तुमने मेरे कुल को पवित्र कर दिया। जिसके बाद से प्रत्येक नवरात्रि में यह पद पाठी चली आ रही है। उन्होंने कहा कि महिला संगठन महिलाओं के उत्थान में अच्छा कार्य कर रही हैं। इस दौरान उन्होंने संस्था बाल आश्रम को वट वृक्ष बताया और कहा कि घन की गति होती है। बशर्ते हम उसका उपयोग किस रूप में करते हैं। उन्होंने कहा कि संस्था बाल आश्रम कर्मठ लोगों के हाथ में है। जो इस संस्था को आगे बढ़ने का कार्य रहे हैं। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए राष्ट्रीय समिति प्रभारी उषा मोहन्ता ने कहा गरीब और ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करने वाली महिलाओं को सशक्त बनाने के लिये पुरे भारत में 16 सेंटर खोले गये है। संगठन महिलाओं के उत्थान के लिये कार्य कर रहा है। महिलाओं के लिये सिलाई प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना उनको स्वालंबी बनाएगी। सिलाई प्रशिक्षण केंद्र भी स्थापना का यह कार्यक्रम गोल्डन बुक में दर्ज होगा।. कार्यक्रम को प्रतिमा नत्थनी ने भी सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि महिलाओं को स्वकृतिता बनाने अथवा आत्म निर्भर के लिये पुरे देश सिलाई केन्द्र खोले गये है।कार्यक्रम में रार्ज किशोर नशानी, गोकुल दाख डागा ने भी अपने विचार रखें और कहा कि महिला जनजात योद्धा हैं। समाज में महिलाओं के बिना जीवन अधूरा है। सिलाई प्रशिक्षण केल की स्थापना से बेरोजगारी की समस्या हल होगी।