सीएम भूपेश बघेल ने अपने बजट अभिभाषण के दौरान छत्तीसगढ़ में पुरानी पेंशन स्कीम लागू करने की घोषणा कर दी. यह घोषणा सुनते ही कर्मचारी खुशी से झूम उठे. मिठाई बाँटी और त्योहार से पहले ही लोग होली खेलने लगे…
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ विधानसभा (old pension scheme implemented in chhattisgarh) में आज वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए वार्षिक बजट पेश किया. सीएम ने अपने बजट अभिभाषण में शासकीय कर्मचारियों के लिए भी कई घोषणाएं कीं. उन्होंने छत्तीसगढ़ में एक बार फिर से पुरानी पेंशन स्कीम बहाल कर दी है. इससे शुरुआती उम्मीद जताई जा रही है कि अगले एक दशक तक सरकार पर वित्तीय बोझ नहीं पड़ेगा. छत्तीसगढ़ में नई पेंशन योजना साल 2004 से लागू हुई थी.
पुरानी पेंशन योजना बहाली की घोषणा से अधिकारी-कर्मचारियों में उत्साह
छत्तीसगढ़ में एक बार फिर से पुरानी पेंशन योजना के बहाल हो जाने के बाद से अधिकारी-कर्मचारियों में जबर्दस्त उत्साह है. वही गरियाबंद में में बजट अभिभाषण देखने और सुनने के लिए कर्मचारी संघों और आम नागरिकों में खासा उत्साह दिखा. गरियाबंद में बड़ी स्क्रीन पर लोग एक साथ देख बजट का लाइव प्रसारण देख रहे थे साथ ही परिसर में कर्मचारियों ने त्योहार से पहले ही जमकर होली खेली.
इस अवसर पर ज़िलाध्यक्ष परमेश्वर निर्मलकर ने भूपेश सरकार को धन्यवाद देते हुए कहा
आज हमारे सारे कर्मचारी हर जगह सरकार की इस योजना से खुश हो के सभी जगह मिठाई बाटी जा रही है और होलों खेली जा रही है भूपेश बघेल ने हमें अपने बुढ़ापे की लाठी का सहारा मिल गया है 2004 से जो पेंशन बंद था उसे भूपेश सरकार द्वारा पुनः लागू किया गया है हम सभी कर्मचारी उनको धन्यवाद ज्ञापित करते है
गिरीश शर्मा आइ टी सेल प्रभारी गरियाबंद ने कहा
गिरीश शर्मा आइ टी सेल प्रभारी गरियाबंद ने कहा
2004 के बाद जो पुरानी पेंशन स्कीम बंद हो गई और एम॰पी॰एस॰ लागू किया गया और बाज़ार के आधार पर हमारा पेंसन का निर्धारण हो रहा था शेयर मार्केट बजार से हमें बहुत ही ज्यदा नुक़सान हो रहा था और हम बहुत ही ज्यदा चिंतित थे की बुढ़ापे में हमारा क्या होगा लेकिन आज प्रदेश के मुखिया ने हमें एम॰पी॰एस॰ के जगह पुरानी पेंसन योजना की सौग़ात दी है उसके लिए हम उनका जीवन भर आभारी रहेंगे हमारा पूरा परिवार उनका आभारी रहेगा
ज़िला संयोजक प्रभारी परमेश्वर निर्मलकर, गिरीश शर्मा, नन्दकुमार रामटेके, जितेंद्र सोनवानी, सलीम मेमन, संजय यादव, मुकुंद कुटारे, सुरेश केला, ईश्वरी देवांगन, नरोत्तम पटेल, झीलेन्द्र साहू, छबिलाल नेताम, नोहर सोनी, नारद मेश्राम, अर्जुन ध्रुव, जय करण साहू, नवलकिशोर मेश्राम, नर्मदा सिन्हा, राधेलाल ध्रुव, जानकी निर्मलकर, संगीता पाटिल किरण ध्रुव, संगीता केला, सतरूपा विपरे, गायत्री नेताम, डेमांजली नायक, चुकेश्वरी सिन्हा, ईश्वरी कंवर, किरण त्रिपाठी, गीता नेताम एवं कर्मचारी गण उपस्थित थे।