“बस्तर जिले में परियोजना अधिकारियों की कमी हुई दूर, दो परियोजना अधिकारी हुए नियुक्त।”
जगदलपुर ऑफिस डेस्क :- परियोजना अधिकारियों की कमी से जूझ रहे बस्तर जिले के लिए अच्छी खबर आई है, राज्य शासन ने छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग आयोजित परीक्षा वर्ष 2020 में चयनित बाल विकास परियोजना अधि-कारी संवर्ग के दो अधिकारियों की पदस्थापना बस्तर जिले और एक की नारायणपुर में की है। असीम शुक्ला को तोका-पाल और छाया वर्मा को बास्तानार परियोजना में पदस्थ किया गया है, झुलेंद्र मेहरा को नारायणपुर परियोजना का परियोजना अधिकारी नियुक्त किया गया है।
राज्य शासन ने इन तीनों के पदस्थापना संबंधी आदेश जारी कर दिए हैं, ज्ञात हो कि बस्तर जिले में काफी समय तक परि-योजना अधिकारियों और पर्यवेक्षकों की कमी रही है, परियो-जना अधिकारियों की कमी दूर करने पिछले तीन सालों में पर्यवेक्षक से पदोन्नात होकर परियोजना अधिकारी बनने वाली वाली स्थानीय कर्मचारियों को जिले में ही पदस्थ किया गया, वर्तमान में पर्यवेक्षक से पदोन्नात होकर परियोजना अधिकारी बनने वाली नंदिनी आचार्य जगदलपुर ग्रामीण शहरी व तोकापाल तीन परियोजनाओं का प्रभार संभाल रही हैं।
इसी तरह यू खोब्रागढ़ दरभा और बास्तानार दो परियोजनाएं देख रखी हैं, निर्मला सोनी बस्तर परियोजना में परियोजना अधिकारी हैं, तीनों यहीं जिले में पर्यवेक्षक थी, दो नए परियो-जना अधिकारी की पदस्थापना होने से परियोजना अधिका-रियों की कमी कुछ हद तक दूर होगी हालांकि इसके बाद भी करपावंड, जगदलपुर शहरी और लोहंडीगुड़ा परियोजना में परियोजना अधिकारी का पद रिक्त ही रहेगा।
विदित हो कि जिले में पर्यवेक्षक के भी 72 पदों में करीब तीस पद रिक्त हैं, इसके कारण महिला एवं बाल विकास विभाग की सेवाओं, कार्यक्रमों और योजनाओं के क्रियान्वयन पर प्रभाव पड़ा है, अधिकारी कर्मचारियों की कमी के बाद भी व्यवस्था को सुचारू बनाने और विभागीय लक्ष्यों को प्राप्त करने का प्रयास लगातार जारी है।
परियोजना अधिकारियों की पदस्थापना के बाद पर्यवेक्षकों के रिक्त पदों को भी भरने की मांग की जाने लगी है, जिला का-र्यालय से मिली जानकारी में बताया गया परियोजना अधिका-रियों का पदस्थापना आदेश मिल चुका है, लेकिन अभी तक इन्होंने ज्वाइनिंग नहीं दी है।