नई दिल्ली। देश के सबसे बड़े राज्य उत्तरप्रदेश (Uttar Pradesh) सहित पांच राज्यों के चुनाव परिणाम (Election Result) आने के बाद पेट्रोल और डीजल (Petrol and Diesel) की कीमतों में वृद्धि की आशंका जताई जा रही थी। खासतौर पर केंद्र की भाजपा सरकार (BJP Government) के विरोधियों ने इस बात को ज्यादा जोर देकर प्रचारित किया था कि 10 मार्च के बाद पेट्रोल—डीजल (Petrol-Diesel) उपभोक्ताओं को मिल रही राहत छिन ली जाएगी। वहीं इस बात पर भी जोर दिया गया था कि इस बार कीमतों में 15 से 25 रुपए तक का उछाल संभावित है।
उल्लेखनीय है कि रूस और यूक्रेन (Russia-Ukraine War) के बीच जारी जंग की वजह से वैश्विक बाजार (World Market) में कच्चे तेल (Crud Oil) की कीमतों में जोरदार उछाल आया था। आलम यह था कि प्रति बैरल दर 300 डॉलर तक पहुंच गया था। जिसकी वजह से देश में चुनाव बाद पेट्रोल के रेट में 12 से 16 रुपये प्रति लीटर तक की तेजी की आशंका को प्रचारित किया जा रहा था। वहीं अब भाव में गिरावट आने से लोग खुश हैं। आने वाले समय में कीमत में और कमी आने की संभावना है। दो दिन में क्रूड $139 प्रति बैरल से फिसलकर $108.7 पर आ गया है।
देश में कम होंगी कीमतें
बता दें कि देश की सबसे बड़ी रिफाइनरी चलाने वाली कंपनी BPCL के चेयरमैन और MD अरुण कुमार सिंह ने बातचीत में कहा कि अगले 2 हफ्ते में कच्चे तेल की कीमत 100 डॉलर के नीचे आ सकती हैं। उन्होंने यह भी उम्मीद जताई कि क्रूड ऑयल 90 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर आ सकता है। ऐसा हुआ तो पेट्रोल-डीजल के रेट में 2 से 3 रुपये प्रति लीटर की और कमी आ सकती है।