चंडीगढ़। पांच राज्यों के चुनाव परिणाम के बाद अब स्थिति पूरी तरह से स्पष्ट हो चुकी है। पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री पद से हटाकर चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बनाना कांग्रेस को भारी पड़ गया है, तो कांग्रेस प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू ने पंजाब में कांग्रेस की लुटिया ही डूबो दी है। वे खुद भी बुरी तरह से हार चुके हैं।
पंजाब में आम आदमी पार्टी की ऐसी लहर चली कि कांग्रेस, भाजपा, शिरोमणी अकाली दल और अन्य मिलकर भी ‘आप’ की आंधी को नहीं रोक पाए। पंजाब में ‘आम आदमी पार्टी’ के उम्मीदवारों ने बड़े—बड़े दिग्गजों को धूल चटा दी है। जिस पर आप के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि यह ‘इंकलाब’ है।
पंजाब जैसे कृषि प्रधान राज्य के लिए 10 मार्च किसी ऐतिहासिक दिन से कम नहीं रहा। सालों बाद पंजाब में ऐसी क्रांति नजर आई है। सालों तक पंजाब की राजनीति में जिन सियासतदारों का कब्जा था, वह मिथक टूट गया है। विधानसभा चुनाव 2022 के नतीजों ने पंजाब की सियासत में एक नए अध्याय की शुरुआत कर दी है।
‘आप’ की जंबो टीम
पंजाब में जो नतीजे आए हैं, उसके मुताबिक ‘आम आदमी पार्टी’ के खाते में 92 सीट है। कुल 117 सीटों वाले पंजाब में कांग्रेस 18, भाजपा 2, शिरोमणी अकाली दल, 4 और अन्य के 1 मिलाकर कुल 25 सीटें हैं। पंजाब विधानसभा में सदन की बैठक पर नजर डालें तो ‘आप’ की जंबो टीम के सामने सब मिलाकर भी एक चौथाई हिस्से में ही नजर आएंगे।