रायपुर। सीएम भूपेश बघेल (CM Bhupesh Baghel) ने आज चार दिनों तक चलने वाले कृषि महाविद्यालय अंतर्राष्ट्रीय कृषि प्रदर्शनी (Agricultural College International Agricultural Exhibition) एवं किसान मेला (Kisan Mela) का शुभारंभ किया। इस दौरान सीएम भूपेश बघेल (CM Bhupesh Baghel) के साथ प्रदेश के कृषि मंत्री रविंद्र चौबे (Agriculture Minister Ravindra Choubey) सहित प्रदेशभर से आए किसान मौजूद रहे।
किसी मुख्यमंत्री ने गोबर से बना सूटकेस लेकर बजट पेश करने नहीं किया, हमने किया – CM बघेल
सीएम ने अपने संबोधन में कहा कि छत्तीसगढ़ में कृषि के क्षेत्र में तीन साल से लगातार काम हो रहा है। 3 साल में किसानों के खाते में 91 हजार करोड़ रूपए जमा हुए हैं। बजट का एक तिहाई किसानों को मिला है। अब किसानों के खाते में पैसे बच रहे हैं, इसीलिए गौठानों को औद्योगिक पार्क (Industrial Park) में डेवलप करने जा रहे हैं। मुख्यमंत्री बघेल ने यह भी कहा कि देश के किसी मुख्यमंत्री ने गोबर से बना सूटकेस लेकर बजट पेश करने नहीं किया, हमने किया। हमने ग्रामीण अर्थव्यवस्था भी सुदृढ़ की। पिछली सरकार में कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था चौपट हो गयी थी, मवेशियों को इस गांव से उस गांव में छोड़ आते थे। मगर हमने गौठान बनाकर इसकी व्यवस्था की। अबतक 8 हजार गौठान बन चुके हैं।
cm ने आगे कहा कि गांवों के उत्पादन केंद्र खत्म होने से अर्थव्यवस्था में गिरावट आयी, बौद्धिक संपदा में पलायन हुई और इससे भारत और छत्तीसगढ़ का बहुत नुकसान हुआ। हम हर जिले में सी-मार्ट खोल रहे हैं, गांव के उत्पाद अब शहरों में बिकेंगे। छत्तीसगढ़ प्राकृतिक रूप से बहुत कुछ दे रहा है, जमीन के नीचे भी और उपर भी। देश में केवल छत्तीसगढ़ में 3 हजार की दर से कोदो कुटकी खरीदा जा रहा है। स्थानीय युवा अब उद्योग लगाएंगे और हम उन्हें लोन भी देंगे।
इस माह के आखिरी में मिलेगी चौथी किस्त
सीएम भूपेश बघेल ने ये भी कहा कि हमारी सरकार ने किसानों को उनकी मेहनत का वाजिब दाम दिया और ऋण माफ भी किया, हमने सभी वर्ग के किसानों का कर्जा माफ किया, हमने राजीव गांधी किसान योजना लागू की, फिर कोरोना की वजह से सरकार का राजस्व भी कम हुआ लेकिन हमने फिर भी किस्तों में पैसा दिया, हमने किसानों से जो वादा किया उससे पीछे नहीं हटे, इस माह के आखिरी तक चौथी क़िस्त भी आपके खाते में आ जायेगी।
बता दें कि अंतर्राष्ट्रीय कृषि प्रदर्शनी एवं किसान मेला में शासकीय, सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्र की 132 संस्थानों ने कृषि तकनीक एवं उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई है। यह मेला चार दिनों तक चलेगा।