Health News :खून का थक्का(Blood Clots)जमना शरीर के अंदर एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है जो चोट लगने की स्थिति में अत्यधिक रक्तस्राव(bleeding) या रक्त की हानि को रोकता है। जब किसी व्यक्ति को चोट लगती है, तो उस जगह के खून में थक्के जम जाते हैं, रक्तस्राव यानी ब्लीडिंग बंद हो जाती है और जब यह चोट ठीक हो जाती है तो यह आमतौर ब्लड क्लॉट (Blood Clots)टूट जाते हैं। वैसे तो यह एक सरल प्रक्रिया है, लेकिन जब किसी व्यक्ति में बिना कारण के खून के थक्के बनने लगे स्थिति खतरनाक हो सकती है। कोविड की दूसरी लहर के बीच कई लोगों की मौत ब्लड क्लॉटिंग की वजह से भी हुई है। इसलिए खून के थक्के जमने वाली समस्या को हमेशा नजरअंदाज न करके इनके संकेतों और लक्षणों (symptoms)को समझना चाहिए ताकि समय रहते इसे रोक सकें। कई बार जानलेवा भी साबित हो सकता है।
क्या है ब्लड क्लॉटिंग?
वैसे तो हमारा रक्त आम तौर पर तरल यानी लिक्विड होता है, लेकिन ब्लड क्लॉटिंग एक जेल की तरह होता है। कभी-कभी चोट लगने की स्थिति में क्लॉटिंग होती है जो कि हमारे लिए जीवन रक्षक की तरह काम करती है लेकिन बिना किसी वजह के थक्के बनना जान के लिए खतरा हो सकता है।
शरीर की ब्लड सेल्स में जब खून के थक्के बनने लगते हैं तो हृदय और शरीर के अन्य भागों में ऑक्सीजन नहीं पहुंचता जिससे दिल का दौरा या स्ट्रोक जैसी जानलेवा स्थिति पैदा हो सकती है।
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खून का थक्का जमने से संबंधित विकार 2 तरह का होता है। पहला- जिसमें लगातार खून बहना जारी रहता है और खून का थक्का नहीं जमता और दूसरा- अप्रत्याशित तरीके से खून का थक्का जमना या थ्रॉम्बोसिस की समस्या जो आपकी नसों या धमनियों में हो सकती है। खून का थक्का पूर्ण रूप से आपकी रक्त वाहिकाओं को ब्लॉक कर सकता है, जिसके कारण शरीर में गंभीर परेशानियां खड़ी हो सकती है। ब्रेन में हुई ब्लड क्लॉटिंग को स्ट्रोक भी कहते हैं। ब्रेन की ब्लड क्लॉटिंग की वजह से अचानक और तेज सिरदर्द हो सकता है।
अब जानते हैं ब्लड क्लॉट के लक्षण के बारे में
विभिन्न ब्लड क्लॉट के अलग-अलग लक्षण होते हैं। यह इस बात पर निर्भर करता है कि थक्का कहां बना है और इसका आकार क्या है। ब्लड क्लॉट के लक्षण शरीर में दिखने लगते हैं। थ्रोबिंग या ऐंठन, दर्द, सूजन, हाथ-पैरों में लालिमा आ जाना, अचानक सांस फूलना, तेज सीने में दर्द और खांसी या खांसी में खून आना इसके लक्षण हो सकते हैं। ब्रेन की ब्लड क्लॉटिंग की वजह से अचानक और तेज सिरदर्द हो सकता है, लकवा और कई दूसरे लक्षण भी दिखाई देते हैं। पैर में खून के थक्के के कारण पैर में सूजन आ सकती है, जिससे यह दूसरे पैर से काफी बड़ा हो जाता है और यह डीवीटी का संकेत हो सकता है। यदि कोरोनरी धमनी में रक्त का थक्का बन जाता है, तो दिल के दौरे के लक्षण छाती या बाहों में जकड़न, चक्कर आना हो सकते हैं।