नई दिल्ली। पांच राज्यों के चुनावी नतीजों के बाद कांग्रेस में खलबली मच गई है। उत्तरप्रदेश में ताकत झोंकने और पंजाब में सत्ता गंवाने के बाद गांधी परिवार से अलग कांग्रेस ने संगठन के उत्तरदायित्व को लेकर दो दिनों पहले एक बैठक आहूत की थी, जिसके बाद आज कांग्रेस कार्य समिति (CWC) की बैठक शाम को 4 बजे अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) कार्यालय में बुलाई गई है।
पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद के घर शुक्रवार की शाम बैठक हुई। बैठक में कांग्रेस के हार के कारणों पर चर्चा हुई। कहा जा रहा है कि बैठक में शामिल नेताओं ने अपनी पुरानी मांगों को फिर से पार्टी नेतृत्व के सामने रखने की बात कही। ये नेता लंबे समय से स्थायी राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने की मांग कर रहे हैं।
पार्टी बचाने बदलाव की जरुरत
वर्तमान हालात को ध्यान में रखते हुए G-23 के नेताओं की मांग है कि पार्टी में ऊपर से लेकर नीचे तक हर स्तर पर बदलाव हो। कहा जा रहा है कि G-23 के नेताओं ने अगले अध्यक्ष के रूप में सचिन पायलट जैसे किसी चेहरे को आगे बढ़ाने की बात कही है। इन तमाम नेताओं का कहना है कि पार्टी बचाने के लिए बदलाव की आवश्यकता है।
राहुल या फिर सचिन
राजस्थान से जुड़े एक्पर्ट्स भी मानते हैं कि किसी युवा चेहरे को पार्टी की कमान सौंपी जानी चाहिए। राहुल गांधी के मना करने पर जिन नेताओं की दावेदारी सबसे मजबूत होगी उनमें सचिन पायलट एक हो सकते हैं। हालांकि, कांग्रेस के ज्यादातर नेता राहुल गांधी को ही फिर से अध्यक्ष बनाने की मांग करते रहे हैं। ऐसे में कांग्रेस का नया अध्यक्ष गांधी परिवार से इतर होगा इसकी संभावना बहुत कम दिखती है।
चुभ रहा हार का दर्द
बता दें कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद राहुल गांधी ने कांग्रेस अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया था। बाद में सोनिया गांधी को कांग्रेस का अंतरिम अध्यक्ष बनाया गया। 2024 तक सोनिया गांधी को कांग्रेस का अंतरिम प्रमुख बने रहने के लिए चुना गया था। कांग्रेस सभी राज्यों में बुरी तरह हारी है। पंजाब में मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह अपने दोनों सीटों पर हार गए। वहीं, नवजोत सिंह सिद्दू और हरीश रावत को भी करारी हार मिली है।