महासमुंद। छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के महासमुंद जिले में साइबर सेल (Cyber Cell) में पदस्थ ASI विकास शर्मा (Vikas Sharma) की संदिग्ध परिस्थतियों में मौत हो गई। शनिवार रात वे घर के बाहर टहल रहे थे, इसी दौरान दो शराबी आपस में लड़ रहे थे। ASI विकास शर्मा (Vikas Sharma) बीच बचाव के लिए मौके पर गए और सुलह कराने की कोशिश कर रहे थे, तभी वे अचानक गिर पड़े। तत्काल उन्हें अस्पताल दाखिल किया गया, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। महासमुंद जिले के पुलिस अधीक्षक विवेक शुक्ला (SP Vivek Shukla) ने इस बात की पुष्टि की है।
शरीर पर कोई चोट नहीं
ASI विकास शर्मा (Vikas Sharma) के अचानक गिरने के बाद हल्ला उड़ा था कि उन पर किसी ने हमला किया है, लेकिन पुलिस अधीक्षक शुक्ला (SP Vivek Shukla) ने इस बात की भी पुष्टि की है कि ASI विकास शर्मा (Vikas Sharma) के शरीर पर किसी तरह के चोट के निशान नहीं हैं। अब पोस्टमार्टम के बाद ही पता चल पाएगा कि आखिर मौत के पीछे वजह क्या है। कोतवाली थाना पुलिस केस दर्ज कर संदेहियों और प्रत्यक्षदर्शियों से पूछताछ की जा रही है।
विशेष पारितोषिक मिला था
पुलिस विभाग में ASI विकास शर्मा एक कर्मठ जवान के तौर पर ख्यातिनाम थे। जिसकी वजह से उन्हें आउट आॅफ टर्न प्रमोशन मिला था। एक टास्क में खुद व एक सिपाही व एक नगर सैनिक के साथ दिल्ली जाकर चिटफंड कंपनी एचबीएन के डायरेक्टर अमरिंदर सिंह को दिल्ली से ही अपने कौशल से पकड़कर लाया था। तब तत्कालीन आइजी रायपुर रेंज जीपी सिंह ने विकास सहित तीन जवानों को इस मामले में विशेष पारितोषिक देकर पदोन्नति दी। बाद विकास एएसआइ पद पर सेवा देते रहे। विकास स्नेक कैचर के रूप में भी ख्यात रहे। लोगों के घरों में निकले विषैले सांप को आसानी से पकड़कर जंगल छोड़ने में विकास को महारत थी। ऐसा कर उन्होंने कई लोगों की सहायता की है।