बिलासपुर(छत्तीसगढ़)। श्रीमद् भागवत महापुराण ज्ञान यज्ञ में श्री राम वल्लभा कुंज पीठाधीश्वर पंडित श्री 108 श्री परम पूज्य श्री राम शंकर दास जी वेदांती महाराज ने होली अवसर पर कथा में बताया कि भगवान अपने भक्तों के लिए अपनी प्रतिज्ञा तोड़ देते हैं और अपना दिया हुआ वरदान वापस ले ले लेते हैं जब दुष्ट,दुराचारी हिरण्यकश्यप ने भक्त प्रह्लाद पर अत्याचार किया और प्रहलाद जी होलिका की गोद में बैठाया,होलिका को वरदान था कि वह अग्नि में नहीं जलेगी लेकिन जब उसने भगवान के वह अग्नि में नहीं परम भक्त पहलाद जी को गोद में लेकर अग्नि में प्रविष्ट हुई तो होली का जलकर भस्म हो गई और पहलाद जी के लिए वही अग्नि शीतल हो गई भगवान अपने भक्तों के लिए अपनी प्रतिज्ञा को तोड़ देते हैं हिरण कश्यप के पूछने पर क्या तुम्हारा भगवान इस खंभे में भी है तब भगवान अपने भक्तों का मान रखने के लिए खंभे से भी प्रकट हुए भक्तों का मान रखने के लिए भगवान सब कुछ करने को तैयार रहते हैं और भगवान कहते हैं तुम मेरी तरफ एक कदम चल के आ मैं 100 कदम चलने को तैयार हूं।
मालूम हो श्रीराम वल्लभाकुंज,जानकीघाट अयोध्या के पीठाधीश्वर अनन्त श्रीविभूषित श्री रामशंकर दास वेदांती जी महाराज छत्तीसगढ़ के न्यायधानी बिलासपुर के नयापारा कीर्तिनगर पर साप्ताहिक श्री मद्भागवत कथा के जरिए अपने ज्ञान की गंगा बरसा रहे है।श्री मद्भागवत कथा पूजनीय श्रीमती स्व. शिवा तिवारी की स्मृति में श्री रामबरन तिवारी, अधिवक्ता अन्नपूर्णा तिवारी के निवास में हो रही है।कथा की शुरुआत 17 मार्च से हुई इस कथा का समापन 24 मार्च को होगी।इसमें श्रोताओं को श्रीराम शंकर दास वेदांती जी के श्रीमुख से भागवत कथा सुनने का मौका मिल रहा है।