ग्रैंड न्यूज़ डेस्क। आप ने पंजाब राज्यसभा जाने वाले उम्मीदवारों का किया ऐलान कर दिया है। इनमें पूर्व क्रिकेटर हरभजन सिंह (Former Cricketer Harbhajan Singh) , पंजाब के सह प्रभारी राघव चढ्ढा (Co-in-Charge Raghav Chadha) और तीसरा नाम IIT दिल्ली के प्रोफेसर डा. संदीप पाठक (Professor Dr. Sandeep Pathak) का है। वहीं चौथा नाम अशोक मित्तल (Ashok Mittal) का है, जो कि लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी के फाउंडर हैं। जबकि आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) की तरफ से पंजाब से पांचवें राज्यसभा उम्मीदवार संजीव अरोड़ा है, जो कि एक बड़े उद्योगपति हैं।
राज्य के 7 राज्यसभा सदस्यों में से 5 का कार्यकाल 9 अप्रैल के दिन खत्म हो रहा है। राज्यसभा सीटों के लिए नामांकन करने की आखिरी तारीख आज है। 31 मार्च को राज्य में राज्यसभा के लिए चुनाव (Rajya Sabha Elections) प्रस्तावित हैं।
कौन है डॉ. संदीप पाठक
इनमें मशहूर क्रिकेटर हरभजन सिंह (Cricketer Harbhajan Singh) और आप के दिल्ली से विधायक राघव चड्ढा चर्चित नाम हैं। इनके बारे में अधिकांश लोग जानते ही हैं। लेकिन एक नाम पिछले कई दिनों से चर्चा में है। वह है दिल्ली आईआईटी (Delhi IIT) के तेज तर्रार प्रोफेसर डॉ. संदीप पाठक का। संदीप पाठक का नाम बेशक कुछ दिनों से चर्चा में है लेकिन वे पिछले तीन सालों से आप कोर ग्रुप में रणनीति बना रहे थे। आप के खास रणनीतिकारों में उनका प्रमुख नाम है। पाठक पंजाब विधानसभा (Punjab Assembly) में AAP की ऐतिहासिक जीत के चाणक्य माने जाते हैं।
संदीप पाठक का एजुकेशन रिकॉर्ड बेहद उत्कृष्ट है। उन्होंने कैंब्रिज यूनिवर्सिटी से 2011 में पीएचडी की है। उन्होंने प्रोफेसर डेविड कार्डवेल (Prof David Cardwell) के साथ रिसर्च किया है।
कैंब्रिज से पीएचडी और अमेरिका में काम
संदीप मूलरूप से छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले के लोरमी के रहने वाले हैं। उनके गांव का नाम बटहा है. उनके पिता किसान हैं। अपने माता-पिता की पहली संतान के रूप में संदीप का जन्म 1979 में हुआ है। डॉ. संदीप ने पांचवीं तक की पढ़ाई लोरमी में की है. इसके बाद वे बिलासपुर चले गए जहां से उन्होंने एमएससी तक की पढ़ाई की। इसके बाद वे हैदराबाद होते हुए ब्रिटेन के कैंब्रिज चले गए जहां उन्होंने छह साल तक बिताए। आईआईटी दिल्ली की वेबसाइट के मुताबिक संदीप मेसाच्युसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में (Massachusetts Institute of Technology (USA) में प्रोफेसर व्लादिमारी बुलोविक (Prof. Vladimir Bulovic) के साथ काम किया. 2006 से वे आईआईटी दिल्ली के प्रोफेसर हैं।