अंबिकापुर। छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के अंबिकापुर (Ambikapur) में एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है। देशभर में 17 और 18 मार्च को होली का त्यौहार धूमधाम तरीके से मनाया गया। दो साल बाद खुलकर रंगों की होली (Colorful Holi) खेलने का मौका लोगों को मिला था, जिसकी वजह से इस बार लोग मौका हाथ से नहीं देने जाना चाहते थे। लेकिन होली (Holi) का गुलाल किसी के लिए प्राणघातक बन जाएगा, सोचकर भी हैरानी होती है, पर अंबिकापुर में एक नहीं बल्कि ऐसे दो मामले सामने आए हैं।
मिल रही जानकारी के मुताबिक 18 मार्च को देशभर में जहां होली (Holi) मनाई जा रही थी, तो छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) का अंबिकापुर भी इससे कैसे अछूता रह जाता। छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर (Ambikapur) में पारंपरिक तौर—तरीके से होली का त्यौहार (Holi Festival) मनाया गया। इस बीच खबर सामने आई कि एक 17 साल की किशोरी और 42 साल का युवक रंग और गुलाल खेलते हुए बेहोश होकर गिर पड़े।
दोनों को ही तत्काल लोगों ने मेडिकल कॉलेज पहुंचाया, जहां पर डॉक्टरों ने दोनों को ही मृत घोषित कर दिया। इसके पीछे डॉक्टरों ने जो कुछ बताया वह चौंकाने वाला था। डॉक्टरों के मुताबिक सांस की नली में गुलाल घुस गया, जो सीधे दिमाग तक पहुंच गया और दोनों ही ब्रेन हेमरेज (Brain Hemorrhage) के शिकार हो गए और उनकी मौत हो गई। दोनों ही मामलों में ब्रेन में क्लॉटिंग भी पाए गए।
डॉक्टर भी हैरान
अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज (Ambikapur Medical College) के डॉक्टरों का कहना है कि ऐसे मामले पहली बार आएं हैं। जिसकी वजह से उन्हें भी हैरानी हो रही है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग इस मामले की गहनता से जांच भी कर रहा है। हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट (Postmortem Report) के बाद ही वास्तविक स्थिति का पता चलेगा।