Udaipur News : उदयपुर (Udaipur)में 21 मार्च 2022 से वन कर्मियों की हड़ताल (forest workers strike)शुरू हो गई थी ।आपको बता दें कि उसी दिन से तेज गर्मी की लपटों (hot summer flames)में वन परिक्षेत्र उदयपुर (Forest Range Udaipur)का जंगल बुरी तरह से जल रहा है। परंतु इसे देखने वाला कोई नहीं है। वन परिक्षेत्र उदयपुर अंतर्गत आने वाले विभिन्न जंगलों का है ग्राम सोन तराई, चकेरी, बासेन, घाटबर्रा मरैया केदमा (Son Terai, Chakeri, Basen, Ghatbarra Maraiya Kedma)शायद ही ऐसा कोई गांव हो जहां पर जंगल की आग ने वनकर्मियों के हड़ताल की तरह रफ्तार ना पकड़ी हो। आप फोटो में देख सकते हैं कि किस तरह हजारों हेक्टेयर जंगल (thousands of hectares of forest)दो दिनों में ही जलकर खाक हो गए। वनकर्मियों के मौके पर नहीं रहने से यह आग पूरे जंगल मे विकराल रूप (formidable form)लेती जा रही है।
also read : CG CRIME NEWS : 13 साल की नाबालिग से दुष्कर्म, आरोपी गिरफ्तार
रामगढ़ पहाड़ी के नीचे लगे आग को जनप्रतिनिधियों और स्थानीय लोगों, फायर वाचर तथा चौकीदार इत्यादि के माध्यम से बुझाया गया है। सोनतराई मुड़ापार फ्लाई ऐश फैक्ट्री के बगल वाला सैकड़ों एकड़ जंगल जलकर राख हो गया है।डाँड़गांव अंधारझोरखा प्रिंस होटल के बगल वाले जंगल मे भी आग बुरी तरह लगी हुई थी। जो काफी तेज गति से पूरे जंगल को अपने चपेट में ले रही है। बासेन से चकेरी मार्ग में हजारों हेक्टेयर जंगल आग की चपेट में आकर सैकड़ों छोटे पेड़ पौधे काल के गाल में समा गए। वन विभाग द्वारा फायर वाचर चौकीदार इत्यादि से आग बुझाने की बात तो कही जा रही है परंतु इनके प्रयास नाकाफी है। इस बारे में बात करने पर उदयपुर वन परिक्षेत्राधिकारी सपना मुखर्जी ने बताया कि वन कर्मियों के हड़ताल में जाने के बाद आग बुझाने की जिम्मेदारी फायर वाचर व चौकीदार की है ग्रामीणों के सहयोग से आग बुझाने के प्रयास जारी है।