गरियाबंद- ब्लाक स्तरीय प्रशिक्षण एवं माता उन्मुखीकरण कार्यशाला प्राथमिक शाला किशनपारा ज़िला-गरियाबंद में विकासखण्ड डभरा जिला गरियाबंद की सभी महिला शिक्षकों द्वारा बढ़-चढ़कर इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया एवं मेले का आयोजन कर छोटे बच्चों की माताओं को गतिविधियां कराते हुए घर के संसाधनों से ही सिखाने की शुरुआत की गई।
नवीन सत्र प्रारंभ होने से पहले पुनः अंगना में शिक्षा 2.0 की शुरुआत की गई है। गरियाबंद विकासखंड के शासकीय प्राथमिक शाला किसानपारा से इसकी शुरुआत की गई जिसमें गरियाबंद की 25 माताए मेले के माध्यम से अपने बच्चों का परीक्षण कर पाई एवं सपोर्ट कार्ड के माध्यम से उनकी गति को अंकित कर पाई।
श्रीमती सीमा यादव चुनी गयी अंगना म शिक्षा में गरियाबंद विकासखंड की पहली स्मार्ट माता
इस वर्ष अंगना में शिक्षा 2.0 के अंतर्गत स्मार्ट माता का चयन किया गया । जिसके अंतर्गत प्राथमिक शाला किसान पारा की एक्टिव माता से एवं श्रीमती सीमा यादव प्राथमिक शाला किसान पारा को स्मार्ट माता के रूप में चुना गया व सम्मानित किया गया। एवं नन्हे मुन्ने बच्चों द्वारा संसृतिक कार्यरक्रम एवं नृत्य का आयोजन भी किया
कार्यक्रम में अंगना में शिक्षा विकास खंड बी.आर.जी श्रीमती नीता सार्वा ,श्रीमती इन्दर प्रीत कौर कुकरेजा जी के द्वारा विकास खंड गरियाबंद के 30 संकुल से आये सभी 30 शिक्षक शिक्षिकाओं को अंगना में शिक्षा की आवश्यकता, उद्देश्य ,कार्ययोजना के साथ स्मार्ट माता के चयन का आधार समुदाय में उनकी पहुंच, प्रभाव, महिलाओं के मध्य उनकी साख, उनका नेतृत्व कौशल एवं उनके पास या परिवार में स्मार्ट फोन का होना है। स्मार्ट माताओं की जिम्मेदारी होगी कि वे अपने समुदाय से अन्य माताओं को संगठित रखेंगी और उन्हें नियमित रूप से बच्चों को घर पर सिखाने हेतु प्रेरित करने के साथ-साथ संबंधित शाला के शिक्षिकाओं को चल रही स्थितियों के नियमित रूप से अवगत करवाने एवं फीडबैक देने का कार्य कर सकेंगी जैसी बातें बताई गई । और शासकीय प्राथमिक विद्यालय किसानपारा में अंगना में शिक्षा मेला का प्रत्यक्ष अवलोकन करा विद्यालय में इस कार्यक्रम को अपने अपने संकुलों के साथ प्रत्येक विद्यालय में आयोजित करने की बात कही गई।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत शिक्षा को सुदृढ़ करने इस कार्यक्रम की पहल की गई । कार्यक्रम में उपस्थित सहायक कार्यक्रम समन्वयक ने उपस्थित माताओं को बच्चों के प्रथम गुरु बताते हुए बच्चों के शारीरिक मानसिक बौद्घिक विकास में उन्नाति के लिए सक्रिय भूमिका की सराहना की। इस अवसर पर बी.आर.जी श्रीमती नीता सार्वा ,श्रीमती इन्दर प्रीत कौर कुकरेजा जी ने अंगना म शिक्षा 2.0 कार्यक्रम से जुड़ी हुई समस्त माताओं द्वारा बच्चों के बौद्घिक विकास के लिए किए जा रहे विभिन्ना शैक्षणिक गतिविधियों के बारे में बताया ।
कार्यक्रम में प्राथमिक शालाओं के 5 से 8 वर्ष के बच्चों को उनके माताओं के द्वारा घर पर रहकर सिखाने के लिए प्रेरित किया गया। महिला शिक्षिका माताओं को सपोर्ट कार्ड के माध्यम से 9 काउंटर में गतिविधि करवाकर बच्चों के शारीरिक एवं बौद्घिक परीक्षण तथा माताओं को घर में उपलब्ध सामग्री से गणित और भाषा की अवधारणा को सीखने की प्रक्रिया कराई गई , जिसमें 25 माताएं और बच्चे सम्मिलित हुए।
कार्यक्रम में समग्र शिक्षा के जिला मिशन समन्वयक शयाम चंद्राकर सर, कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय की अधीक्षिका अमिता मेढे मैडम जी,राज्य से नियुक्त सलाहकार श्रीमती ममता सोनी एवं श्रीमती ज्योति प्रसाद, प्रथम ग्रुप से भारती के साथ सभी शिक्षक शिक्षिकाओं का विशेष सहयोग प्राप्त हुआ।
वही कार्यक्रम का संचालन श्रीमती ईश्वरी सिन्हा प्राथमिक शाला चिखली द्वारा किया गया, कार्यक्रम को सफल बनाने में बी.आर.सी.सी श्री एल एल साहू सर जी पार्षद श्रीमती पदमा बाई यादव एवं शिक्षक शिक्षिकाओं, माताओं, बच्चों का भूमिका का निर्वहन किया। पालको ने भी बहुत उत्साहित होकर कार्यक्रम में सक्रिय सहभागिता निभाई।