यदि आप 84 दिन की वैलिडिटी के साथ 4G प्रीपेड प्लान की तलाश कर रहे हैं, तो आपके पास जियो, वोडाफोन आइडिया (Vi), एयरटेल और बीएसएनएल के ढेर सारे ऑप्शन मौजूद हैं। हालांकि, ये सभी प्लान अलग-अलग कीमत और बेनिफिट्स के साथ आते हैं। लेकिन इन सबके बीच, आज हम आपको एक ऐसे प्लान के बारे में बता रहे हैं, जो सबसे किफायती है और ये प्लान आपके लिए एक बेस्ट डील्स साबित हो सकता है। अब आप सोच रहें होंगे मैं किस प्लान की बात कर रहा हूं? जानने के लिए आगे पढ़िए…
84 दिन वैलिडिटी वाला प्रीपेड प्लान, जो यूजर को बेस्ट डील प्रदान करता है:
मैं जिस प्लान की बात कर रहा हूं वह जियो का है। Jio के इस प्लान के साथ, उपयोगकर्ताओं को अनलिमिटेड वॉयस कॉलिंग के साथ डेली 1.5GB डेटा और डेली 100 एसएमएस मिलते हैं। इसके अलावा, यूजर को जियो ऐप्स का सब्सक्रिप्शन भी मिलता है। आप 20% JioMart महा कैशबैक ऑफर का भी लाभ ले सकते हैं।
अभी भी समझ नहीं आया कि मैं किस प्लान की बात कर रहा हूं? दरअसल इस प्लान की कीमत 666 रुपये है। अगर आपके पास पहले से JioMart कैशबैक है और आप जियो के ऑफिशियल ऐप से रिचार्ज कर रहे हैं, तो आप प्लान पर और भी बेहतर डील पा सकते हैं।
हालांकि, यदि आप ऐसा नहीं करते हैं, तब भी आपको इस रिचार्ज पर 200 रुपये तक का 20% कैशबैक मिलेगा, जिसका उपयोग आप अगले रिचार्ज के लिए या किसी भी रिलायंस रिटेल स्टोर में कर सकते हैं। प्रीपेड यूजर्स के लिए अभी भारत में यह सबसे अच्छी 84 दिनों की डील है। Airtel और Vodafone Idea (Vi) 719 रुपये में एक ही प्लान पेश करते हैं। इनकी तुलना में जियो का प्लान काफी किफायती है।
हां, जियो के पास उपयोगकर्ताओं के लिए 395 रुपये का प्लान विकल्प भी है, लेकिन यह अधिकांश उपयोगकर्ताओं के लिए ‘बेस्ट’ प्लान के रूप में योग्य नहीं है। लेकिन अगर आप 84 दिनों का प्लान चाहते हैं और 6GB डेटा के साथ समय बीता सकते हैं, तो आप 395 रुपये के प्लान के साथ जा सकते हैं। इस प्लान के साथ यूजर्स को जियो ऐप्स और कैशबैक के साथ 1000 एसएमएस और अनलिमिटेड वॉयस कॉलिंग की सुविधा मिलती है।
यह नहीं भूलना चाहिए कि बीएसएनएल के पास जियो के प्लान से भी ज्यादा किफायती विकल्प है। लेकिन बीएसएनएल की प्लान्स के साथ समस्या यह है कि वे 4G नेटवर्क द्वारा समर्थित नहीं होंगे; इसलिए, मैंने यहां केवल प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियों पर विचार किया है। लेकिन बहुत जल्द, अगर बीएसएनएल 4G लॉन्च करता है, तो देश में दूरसंचार कंपनियों के बीच बाजार की गतिशीलता में बदलाव देखना दिलचस्प होगा।