ग्रैंड न्यूज़ डेस्क। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर (Bilaspur ) शहर में जीजा-साली के रिश्ते को दागदार करने वाले एक व्यक्ति को उसी के परिजनों ने जिंदा जला दिया। आरोपियों ने हत्या की साजिश कुछ इस तरह से रची कि पुलिस को उनके तक पहुंचने में भी बड़ी मशक्कत करनी पड़ी, आखिरकार सरकंडा पुलिस (Sarkanda Police) ने इस पूरे मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में उन्होंने अपराध कबूल लिया। हत्या की वजह प्रेम संबंध और परिवारिक विवाद है, लिहाजा पुलिस गंभीरता से जांच कर रही है।
दरअसल बिलासपुर शहर में सरकंडा पुलिस थाने में 23 मार्च 2022 को परिजनों ने युवक की गुम होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी, जिसकी बाइक लगरा नदी में डूबी हुई दिखी थी। रिपोर्ट के आधार पर सरकंडा पुलिस ने गुम इंसान की खोजबीन शुरू कर दी, युवक की किसी के साथ कोई खास दुश्मनी या झगड़ा और अन्य ऐसी किसी चीजों की जानकारी नहीं मिली। लिहाजा पुलिस ने इस पूरे मामले में साइबर सेल की मदद ली और 2 दिन के भीतर ही पुलिस आरोपियों तक पहुंच भी गई।
सरकंडा पुलिस ने खुलासा करते हुए बताया कि यह पूरा मामला साली और जीजा के रिश्ते को दागदार करने और पारिवारिक विवाद से जुड़ा हुआ है। मृतक महेंदल पटेल पिता पीलाऊंगा राम पटेल 36 साल का था। जिसे आरोपी चंदू पटेल, रामकुमार पटेल और राहुल पटेल ने फोन कर आरटीओ ऑफिस के पास बुलाया। फिर महेंदल साथ मारपीट की और कार में भरकर कई किलोमीटर दूर चैतुरगढ़ ले गए, जहाँ लाखा के जंगल मैं उसके साथ फिर मारपीट की गई और उसकी मौत होने से पहले ही उसे जिंदा जला दिया।
लाश को ऐसे छुपाया कि पुलिस उस तक ना पहुंच पाए और बड़े ही निश्चिंत होकर वे घर वापस आ गए। लेकिन पुलिस ने इस पूरे मामले को बेहद गंभीरता से जांच किया। तकनीकी साक्ष्य और साइबर की मदद से आखिरकार पुलिस ने आखिरकार तीनों मुख्य आरोपी चंदू पटेल रामकुमार पटेल और राहुल पटेल को गिरफ्तार कर लिया। प्रेम-प्रसंग और पारिवारिक विवाद की वजह से पुलिस ने इस पूरे मामले को बेहद गंभीरता से जांच कर रही थी और इसमें अभी और भी तथ्य सामने आने हैं।