रायपुर। छत्तीसगढ़ी फिल्मों को नई दिशा और आयाम देने में प्रख्यात निर्देशक क्षमानिधि मिश्र का नाम बेहद सम्मान से लिया जाता है। आज सुबह लंबी बीमारी के बाद उन्होंने दुनिया को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया है। उनके निधन से छत्तीसगढ़ी फिल्म जगत में शोक की लहर छा गई है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि क्षमानिधि मिश्र का हमारे बीच से चले जाना अपूर्णीय क्षति है।
क्षमानिधि मिश्र राजधानी रायपुर के शंकर नगर में निवासरत थे, आज सुबह उन्होंने अपने ही निवास में अंतिम सांस ली। उनके निधन से प्रदेश के कलाकार बिरादरी के साथ ही उनके प्रशंसकों में शोक की लहर है। क्षमानिधि मिश्रा बहुआयामी कला के धनी थे। वे फिल्मों का निर्देशन करने के साथ ही प्रोडक्शन और गायक के तौर पर भी लंबे समय से सक्रिय भूमिका निभा रहे थे। क्षमानिधि मिश्रा ने ऑटो वाला भाटो, भंवर, मोर संग चल मितवा, लेड़गा नंबर 1, मयारू भौजी जैसी कई फिल्में बनाई हैं।
संस्कृति और आधुनिकवाद
प्रदेश के छत्तीसगढ़ी फिल्मों और एलबम निर्माताओं में क्षमानिधि मिश्र ऐसे व्यक्तित्व थे, जिन्होंने एक तरफ छत्तीसगढ़ की परंपरा और संस्कृति को सहेजने में परहेज नहीं किया, तो दूसरी तरफ उन्होंने फिल्मों में आधुनिकता को भी शामिल करने में किसी तरह का समझौता नहीं किया। उनकी हर एक फिल्म में दोनों ही बातों का सामंजस्य देखने को मिलता था।