रायपुर। छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में लगातार तीन कार्यकाल यानी 15 सालों तक सत्तासीन रही भाजपा (BJP) को सीमित दायरे में विपक्ष के तौर पर प्रदेश में मौका मिला। पहले तीन कार्यकाल में भाजपा (BJP) के सामने कांग्रेस (Congress) अच्छी संख्याबल के साथ विपक्ष में बैठी रही, पर भाजपा (BJP) सम्मानजनक स्थान हासिल कर पाने में नाकाम साबित हुई।
बीते तीन सालों से कांग्रेस की भूपेश सरकार (Bhupesh Government) प्रदेश में लगातार भाजपा को शिकस्त पर शिकस्त देते आ रही है। बात चाहे नगरीय निकाय चुनावों की हो, उपचुनाव की हो या फिर पंचायत स्तर के चुनावों की। एक बार फिर वही मौका है और खैरागढ़ उपचुनाव सामने है, जिसके लिए मतदान 12 अप्रैल को होना है।
ऐसे में कांग्रेस (Congress) जहां पूरी क्षमता के साथ मैदान पर है, तो भाजपा (BJP) भी इस एक सीट के लिए जोरदार तरीके से मैदान मारने के लिए जोश में नजर आ रही है। इस बीच आरोप—प्रत्यारोप का दौर भी जारी है।
भाजपा लगातार कांग्रेस की भूपेश सरकार (Bhupesh Government) के खिलाफ जहर उगल रही है और इस तरीके से खैरागढ़ उपचुनाव को जीतने की कोशिश में लगी हुई है। भूपेश सरकार के खिलाफ मुहिम छेड़कर भाजपा कितनी सफल होती है, यह तो परिणाम ही बताएगा।
इस पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (CM Bhupesh Baghel) से पूछे जाने पर उन्होंने बेहद सहजभाव से जवाब दिया। उन्होंने कहा कि आलोचना विपक्ष का धर्म है। वे अपने धर्म का निर्वहन कर रहे हैं, यह अच्छी बात है। वहीं सीएम बघेल (CM Baghel) ने कहा कि प्रदेश की जनता बेहतर जानती है कि उनकी सरकार ने प्रदेश में क्या किया है, क्या कर रही है।