राज्य के लोगों के लिए मुख्यमंत्री (Chief Minister) उनका मुखिया होता है, तो राज्य में निवासरत लोग एक मुख्यमंत्री के परिवार का हिस्सा। घर में जिस तरह से एक मुखिया (Head of the Family) के सामने कोई परेशानी रखी जाती है, तो वे उसका हरसंभव समाधान निकालने की कोशिश करते हैं, जिसके चलते परिवार में खुशहाली बनी रहती है।
दरअसल यह मामला उत्तरप्रदेश (Uttar Pradesh) का है, जहां पर भाजपा ने लगातार पूर्ण बहुमत के साथ जीत हासिल की है, तो योगी आदित्यनाथ (Yogi Aaditya Nath) को दूसरी बार मुख्यमंत्री चुना गया है। अपनी दूसरी पारी की शुरुआत से ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) फार्म में नजर आ रहे हैं और शासन के साथ ही प्रशासनिक कसावट भी उत्तरप्रदेश में नजर आ रही है।
ताजा मामला उत्तरप्रदेश (Uttar Pradesh) के बुलंदशहर से सामने आया है, जहां पर एक महिला संगीता सोलंकी (Sangeeta Solanki) ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Aaditya Nath) को फोन मिलाया, कहा ‘हैलो सर, मेरी शिकायत सुनें, उसका समाधान करें।’ सीएम योगी ने महिला की शिकायत सुनी, जिसमें उस महिला ने बताया कि उसका चयन प्रवक्ता के तौर पर हो गया है, लेकिन ज्वानिंग नहीं दी जा रही है।
इस पर सीएम योगी (CM Yogi) ने मेरठ (Meeruth) जिले के प्रशासनिक अफसरों की क्लास ली और तत्काल कार्रवाई के लिए निर्देशित किया, जिसके बाद दूसरे ही दिन संगीता सोलंकी (Sangeeta Solanki) को पदभार ग्रहण करने का आदेश जारी कर दिया गया। संगीता सोलंकी ने माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन आयोग प्रयागराज द्वारा आयोजित प्रवक्ता पद ‘हिंदी’ 2021 की लिखित एवं साक्षात्कार परीक्षा उत्तीर्ण की, जिसमें उनको आयोग द्वारा मेरठ के भागीरथी आर्य कन्या इंटर कॉलेज आवंटित किया गया। नियुक्ति पत्र मिलने के बाद भी उन्हें प्रबंधक द्वारा कार्यभार ग्रहण नहीं करने दिया जा रहा था।