लखनपुर :- गर्मी (Heat)बढ़ने के साथ ही जंगलों(forests) में आगजनी की घटनाएं भी बढ़ने लगी है। महुआ बीनने(Mahua Picker) वाले अक्सर इसी सीजन में पहाड़ों जंगलों पर आग लगा देते हैं, जिससे पेड़-पौधों(trees and plants), जीव-जंतु( living organisms)सहित कई औषधि नष्ट (medicine destroyed)होती जा रहीं हैं, जिससे पर्यावरण को काफी नुकसान हो रहा हैं। सरगुजा जिले के लखनपुर विकासखंड (Lakhanpur Block of Surguja District)के कई जंगलों में आग फैली हुई है। वन विभाग( Forest department)के अधिकारी आग पर काबू पाने में नाकाम हैं, इधर वन विभाग के कर्मचारी 12 सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल (strike)पर हैं, जिससे पेड़ पौधे संकट में दिखाई दे रही है।
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लोग महुआ के लिए पत्तों में आग लगा देते हैं जिसके कारण पूरे जंगल में आग लगने से पूरी तरह जंगल जल कर नष्ट हो रहा है। सरगुजा जिले के लखनपुर वन परिक्षेत्र अंतर्गत जामा,लब्जी, कटिंदा, तुरगा, तूंगा, सकरिया, चौड़ेया, माजा, डूमरघाट,चांदो, सोएदा, बेलदगी चारपारा,सहित लखनपुर , उदयपुर के कई जंगलों में भीषण आग लगी हुई है। सूखे पत्ते होने के कारण जंगल में आग इतनी तेजी से फैल जा रही है जिसमें आग पर काबू पाने में वन विभाग किसी प्रकार का कोई ध्यान नहीं दे रही है। एक दिन में ही सैकड़ों पेड़-पौधे जल कर खाक हो रहें हैं।
इस विषय पर लखनपुर रेंजर सूर्यकांत सोनी के द्वारा बताया गया कि अभी हम लोग जन चौपाल में व्यस्त हैं बाकी स्टाफ हड़ताल में है। जहां कहीं भी हमको पता चलता है कि जंगल में आग लगी है वहां मैं और वन विभाग के अधिकारी खुद जाकर ग्रामीणों के सहयोग से आग को बुझाने का प्रयास करते है।