महासमुंद : नगर पालिका (Municipality)महासमुंद (Mahasamund)में सोमवार को अवकाश के दिन (holiday on monday)राजस्व विभाग (Revenue Department)की आपात बैठक(emergency meeting) बुलाई गई थी। पालिकाध्यक्ष प्रकाश चंद्राकर (Municipal President Prakash Chandrakar)ने बैठक में स्पष्ट निर्देश दिया था कि 31 मार्च(March 31) तक टैक्स बकायदारों (tax defaulters)की ओर से राशि जमा नहीं की गई तो पालिका से मिलने वाली सारी सुविधाओं पर विराम लगाया जाए। लेकिन महासमुन्द नगर पालिका में 31 मार्च तक की टैक्स वसूली 40 प्रतिशत भी नहीं हो सकी है। बकायादारों से टैक्स वसूलने के लिए नगर पालिका के अध्यक्ष प्रकाश चन्द्राकर (President Prakash Chandrakar)ने कड़े कदम उठाने का आदेश भी अधिकारियों को कर दिया है, बावजूद इसके नपा का राजस्व अमला कर वसूली करने में नाकाम नजर आ रहे है। शहर के कुछ राजनेता और रसूखदार लोगों को पिछले कई सालों का टैक्स नगर पालिका वसूल नहीं पा रही है। वित्तीय वर्ष में कुल 269 लाख की वसूली करनी थी लेकिन अब तक केवल 132 लाख की वसूली (132 lakhs recovered)हो पाई है। नगर पालिका महासमुन्द को पिछले वित्तीय वर्ष (financial year)का 248 लाख में से मात्र 35.97 लाख रुपए की वसूली हो सकी थी। पिछले वर्ष की जलकर की वसूली सबसे कम हो पाई है।
आपको बता दें कि नगर पालिका को वित्तीय वर्ष 2021-22 में कुल 269.67 लाख की वसूली करनी है। इसमें से केवल अब तक 133 लाख की वसूली हो पाई है। जलकर की राशि 129 लाख करनी थी जिसमें से केवल 53 लाख के लगभग वसूली हो सकी है। पालिका को दुकानों से आने वाले किराए की 11.73 लाख की वसूली करनी थी जिसमें से अभी तक लगभग 10 लाख की वसूली हो सकी है। इसके अलावा समपत्ति कर 75.40 लाख वसूली करनी जिसमें मात्र 41 लाख और समेकित कर के रूप में 53.54 लाख में से 29.60 लाख की वसूली हो सकी है। छत्तीसगढ़ शासन से बकायादारों को टैक्स पाटने के लिए 15 अप्रैल तक का समय दे दिया है। इसके बाद टैक्स भरने वाले को अतरिक्त भार के साथ टैक्स अदा करना होगा।