एएनआइ। ब्रिटेन में कोरोना एक नया म्यूटेंट पाया गया है। इसे एक्सई (XE) का नाम दिया गया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने अपनी ताजा रिपोर्ट में कहा है कि यह बीए.2 सबलाइनेज की तुलना में अधिक संचरित हो सकता है। एक्सई, कोविड-19 के ओमिक्रोन बीए.1 और बीए.2 सबलाइनेज का रिकांबिनेंट (पुनर्सयोजक) है।
डब्ल्यूएचओ ने कहा, एक्सई रिकांबिनेंट (बीए.1-बीए.2), ब्रिटेन में पहली बार इसी साल 19 जनवरी को पाया गया था। तब से इसके 600 सिक्वेंस जानकारी में आ चुके हैं।
शुरुआती दिनों के अनुमान के अनुसार बीए.2 की तुलना में यह 10 प्रतिशत के सामुदायिक विकास दर का संकेत देता है। हालांकि इस निष्कर्ष को स्थापित करने के लिए और पुष्टि की आवश्यकता होगी।
एक्सई को ओमिक्रोन वैरिएंट से ही संबंधित माना जा रहा है, जब तक कि संचरण, रोग विशेषताओं में महत्वपूर्ण अंतर और गंभीरता सहित अन्य जानकारियां सामने नहीं आतीं।
ब्रिटेन में अब तक XE के 637 मामले
ब्रिटेन ने अब तक एक्सई के 637 मामलों की सूचना दी है। विशेषज्ञों ने कहा कि इसने एक परिवर्तनशील विकास दर दिखाई है। ब्रिटेन की स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी (यूकेएचएसए) के अनुसार, इसने एक्सएफ, एक्सई और एक्सडी नामक तीन रिकांबिनेंट की जांच की है।
इनमें से, एक्सडी और एक्सएफ डेल्टा और ओमिक्रोन बीए.1 के रिकांबिनेंट हैं, जबकि एक्सई ओमिक्रोन बीए.1 और बीए.2 का रिकांबिनेंट है।
एक रिकांबिनेंट तब तैयार होता है जब कोई व्यक्ति एक ही समय में दो या दो से अधिक वैरिएंट (प्रकार) से संक्रमित हो जाता है। इसके परिणामस्वरूप रोगी के शरीर में उनकी आनुवंशिक सामग्री का मिश्रण हो जाता है।
यह कोई असामान्य घटना नहीं
यूकेएचएसए ने कहा कि यह कोई असामान्य घटना नहीं है। महामारी के दौरान सार्स-सीओवी-2 वैरिएंट के कई रिकांबिनेंट की पहचान की जा चुकी है। ब्रिटेन में, एक्सएफ के 38 मामलों की पहचान की गई है। हालांकि फरवरी के मध्य से कोई भी नहीं देखा गया है।
बता दें कि ओमिक्रोन का BA.2 सब-वैरिएंट दुनियाभर में तेजी से फैल रहा है। अमेरिका और चीन में BA.2 वैरिएंट के मामलों में बढोतरी हुई है। ब्रिटेन में भी ओमिक्रोन के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार ब्रिटेन में हर 13 में से एक व्यक्ति कोरोना संक्रमित है।