छत्तीसगढ़ के गौरेला-पेंड्रा-मरवाही (GPM) जिले में स्थित गर्ल्स हॉस्टल girls hostel में सोमवार रात जमकर हंगामा हुआ। भोजन नहीं मिलने और गड़बड़ी की शिकायत पर पहुंचे आदिवासी विकास विभाग Tribal Development Department के सहायक आयुक्त सहित अन्य अफसरों को ग्रामीणों ने बंधक बना लिया। करीब दो घंटे तक हंगामा चलता रहा। जानकारी मिलने पर SDM व पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों को समझाइश देकर अफसरों को बाहर निकाला।
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छत्तीसगढ़ के गौरेला-पेंड्रा-मरवाही (GPM) जिले में स्थित गर्ल्स हॉस्टल girls hostel में सोमवार रात जमकर हंगामा हुआ। भोजन नहीं मिलने और गड़बड़ी की शिकायत पर पहुंचे आदिवासी विकास विभाग Tribal Development Department के सहायक आयुक्त सहित अन्य अफसरों को ग्रामीणों ने बंधक बना लिया। करीब दो घंटे तक हंगामा चलता रहा। जानकारी मिलने पर SDM व पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों को समझाइश देकर अफसरों को बाहर निकाला।दरअसल, सारा विवाद छात्रावास में भोजन की कमी और अफसर की गलत रिपोर्ट देने के कारण उपजा। मरवाही विकासखंड के भर्री ढांड में आदिवासी विकास विभाग की ओर से संचालित प्री मैट्रिक छात्रावास है। यहां रहने वाली बच्चियों को भोजन नहीं मिलने की शिकायत ग्रामीणों ने आदिवासी विकास विभाग में की थी। इसके बाद सहायक आयुक्त एएन मिश्रा निरीक्षण के लिए पहुंचे। आरोप है कि दिक्कत के बावजूद उन्होंने व्यवस्था दुरुस्त होने की रिपोर्ट बना दी।इसके बाद मामले ने तूल पकड़ लिया और सोशल मीडिया social media पर वायरल हो गया। दो दिन पहले मामला कलेक्टर तक पहुंचा तो उन्होंने शिकायत की पुष्टि के लिए फिर सहायक आयुक्त को निरीक्षण करने के लिए भेज दिया। रात को हॉस्टल के बाहर 8-10 ग्रामीण एकत्र थे और वह बच्चियों के लिए भोजन लेकर आए थे, जैसे ही सहायक आयुक्त अंदर गए ग्रामीणों ने गेट पर बाहर से ताला लगाकर उन्हें बंधक बना लिया।इसको लेकर काफी देर तक ग्रामीणों और सहायक आयुक्त में विवाद होता रहा। ग्रामीणों ने कहा कि अगर दिक्कत होगी तो शिकायत करेंगे। आप अफसर हैं, तो जवाब देना होगा। इस पर सहायक आयुक्त मिश्रा ने मुझे आपसे बात ही नहीं करनी है। कहा कि जिससे शिकायत करनी हो कर लीजिए। इस पूरे हंगामे का वीडियो भी ग्रामीणों ने बनाया है।इसके बाद सहायक आयुक्त ने कलेक्टर और SDM को घटना की सूचना दी, जिसके बाद पुलिस और SDM मरवाही मौके पर पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों को समझाया और बच्चों व हॉस्टल प्रबंधन से जानकारी ली। इसमें पता चला कि चावल तक खत्म हो गया है। खाने के लिए कई दिन से समस्या है। करीब दो घंटे के हंगामे के बाद ग्रामीण तैयार हुए और बंधक सहायक आयुक्त को जाने दिया।SDM की ओर से जांच के बाद प्रतिवेदन तैयार किया गया है। इसे कार्रवाई के लिए कलेक्टर को सौंपा जाएगा। वहीं दूसरी ओर सरपंच और ग्रामीणों ने भी अपनी शिकायत कलेक्टर को देने के लिए तैयारी कर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि उनके गांव की बात है। बच्चियों को भोजन नहीं मिल रहा है। व्यवस्था खराब है। शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं हो रही है।