जगदलपुर ऑफिस डेस्क। अपने 12 सूत्रीय मांग को लेकर अनिश्चित कालीन हड़ताल में बैठे वन कर्मचारियों के समर्थन में आज से वन परिक्षेत्र के अधिकारी भी हडताल में चले गए…और समर्थन देते हुए बस्तर जिले के सभी वन रेंजरों ने काम को बंद कर दिया है। जगदलपुर के वन कर्मचारी संघ कार्यलाय में बैठे हड़तालियों ने जमकर प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की ..और आज 16वे दिन भी अनिश्चित कालीन हडताल जारी है..प्रदेश वन कर्मचारी संघ के आव्हान पर आज से समूचे प्रदेश के वन परिक्षेत्र अधिकारी भी हड़ताल में चले गए है।
वही हड़ताल में बैठे वन कर्मियों और अधिकारियों ने बताया कि 12 सूत्रीय की मांग को लेकर शासन स्तर पर लगातार बातचीत की जा रही है लेकिन राजधानी में बैठे वन अफसरो के कान में जु तक नही रेंग रहा है ऐसे में अब बस्तर जिले के 20 वन परिक्षेत्र अधिकारी और 412 कर्मचारियों में जंगल को पूरी तरह छोड़ दिया है…और पूरे जंगल अब भगवान भरोशे है वंही इस हड़ताल से वन माफिया भी सक्रिय हो गए है और जंगल मे बेशक़ीमती लकड़ी और वन जीव की तस्करी धडल्ले से की जा रही है।
इधर वन परिक्षेत्र व प्रांतीय उपाध्यक्ष का कहना है कि जब तक शासन सभी मांगो को पूरा नही करती है तब तक अनिश्चित कालीन हड़ताल जारी रहेगा और अब वन विभाग में होने वाले नुकसान की पूरी जिम्मेदारी शासन की होगी..इधर वन कर्मचारी संघ के संभागीय अध्यक्ष का। मानना है कि शासन को वन कर्मचारियों की लंबित मांग को तत्काल पूरा करना चाहिये और अगर समय रहते मांग पुरी।नही की जाती है तो जंगल जलता और कटता रहेगा।