कांकेर। जिले में 14 साल के बच्चे की निर्ममता से हत्या कर दी गई। महुआ बीनने (Mahua Picker) के विवाद में खेत के पूर्व मालिक ने बच्चे पर कुल्हाड़ी से वार कर दिया। वार इतना तेज था कि कुल्हाड़ी (Axe) बच्चे के सिर को चीरती हुई अंदर धंस गई। आसपास के लोगों ने बच्चे को खून से लथपथ पड़ा देखा तो परिजनों को सूचना दी। हालांकि जब तक बच्चे को अस्पताल ले गए, उसने दम तोड़ दिया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
परतापुर क्षेत्र के गांव पीवी 124 में निवासी 14 साल का बच्चा दीनबंधु सरकार पुत्र दीपक सरकार घर से करीब आधा किमी दूर गांव के बाहर महुआ बीनने के लिए रोज जाता था, लेकिन खेत का पुराना मालिक मिथुन चढ्ढा (35) उसे मना करता। बताया जा रहा है कि दीनबंधु गुरुवार को भी महुआ बीनने के लिए गया था, तभी वहां मिथुन पहुंचा और बच्चे को देख भड़क गया। आरोप है कि उसने अपने पास रखी कुल्हाड़ी से दीनबंधु के सिर पर वार कर दिया।
कुल्हाड़ी निकालते ही फूट पड़ी खून की धार
वार इतना घातक था कि कुल्हाड़ी बच्चे के सिर में धंस गई। बच्चा वहीं खून में लथपथ होकर गिर पड़ा। कुछ देर बाद वहां से जा रहे लोगों ने बच्चे को देखा तो सूचना परिजनों को दी। परिजनों ने मौके पर पहुंच बच्चे के सिर से कुल्हाड़ी निकाली तो खून की धार फूट पड़ी। वह उसे इलाज के लिए पखांजूर अस्पताल लेकर भागे, लेकिन हालत गंभीर देख डॉक्टरों ने रेफर कर दिया। परिजन उसे लेकर जा ही रहे थे कि रास्ते में उसकी मौत हो गई।
सनकी है हत्यारोपी, खेत बेचने के बाद पेड़ पर जताता था हक
बच्चे का हत्यारोपी मिथुन वारदात के बाद भागकर अपने घर में छिपा था। पुलिस को हत्या की सूचना मिली तो वह जांच में जुट गई। इस बीच पता चला कि मिथुन ने ही बच्चे की हत्या की है। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि आरोपी सनकी किस्म का है। छोटी-छोटी बातों पर वह लोगों से मारपीट करता था। जिस खेत में महुआ बीनने को लेकर विवाद हुआ, वह भी आरोपी बेच चुका था, लेकिन पेड़ पर अपना हक जताता था।
तीन माह में 14 हत्याएं, इसमें 11रंजिश में
पिछले तीन माह में जिले के अलग-अलग थाना इलाकों में हत्या के 14 मामले दर्ज किए गए हैं। इनमें 3 हत्याएं ही नक्सलियों ने की है। जबकि बाकि 11 हत्याएं आपसी रंजिश में रिश्तेदार और ग्रामीणों ने ही की है। इसमें से अधिकांश हत्याएं छोटे और मामूली विवाद में सगे भाई व पुत्र ने की है। वहीं कुछ हत्याएं पड़ोसी से रंजिश के चलते की है। सबसे गंभीर हत्याओं में शामिल दुधावा के मुसुरपुट्टा की घटना है। जिसमें एक महिला ने अपने दो छोटे छोटे बच्चों की गला घोट कर मार डाला था।