आज यानी 5 अप्रैल को रविवार(sunday ) को ईसाई धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक माना जाता है। इस दिन को ईसाई समुदाय के लोग प्रभु यीशू के यरुशलम में विजयी प्रवेश के रूप में मनाते हैं।
आपको बता दे क़ी पवित्र बाइबल|(holy bible ) में कहा गया है कि प्रभु यीशू जब यरुशलम पहुँचे, तो उनके स्वागत में बड़ी संख्या में लोग पाम यानी खजूर की डालियाँ अपने हाथों में लहराते हुए एकत्रित हो गए थे। लोगों ने प्रभु यीशू(lord jesus ) की शिक्षा और चमत्कारों को शिरोधार्य कर उनका जोरदार स्वागत किया था।
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क्या खजूर के पत्तों का महत्व(importance )
प्रभु यीशु को सूली पर चढ़ाने के लिए जब येरुशलम लाया गया तो तब उनके अनुयायियों ने उनका स्वागत खजूर के पेड़ के पत्ते को हाथ में लेकर होसन्ना-होसन्ना के नारों के साथ किया। तब से यह परंपरा मसीही समाज में चली आ रही पाम संडे(palm sunday ) को खजूर रविवार भी कहते हैं। खजूर (date )की डालियां लेकर की प्रार्थना। घरों में मना रहे पाम संडे फेस्टिवल।
ईसा मसीह की याद में मसीही समाज 40 दिनों का उपवास(fast ) रखता है। इसके आखिरी दिन रविवार को पाम संडे पर कैथोलिक एवं प्रोटेस्टेंट समुदाय ने पूजा की।
प्रवचन और मीसा का आयोजन
इस मौके पर चर्चों में विशेष आयोजन होते हैं। इसमें बाइबल का पाठ, प्रवचन और मीसा का आयोजन भी किया जाएगा। साथ ही एक विशेष आयोजन के साथ शाम को विशेष चल समारोह निकाला जाता है। ईसाई समाज(christian society ) पाम संडे को प्रभु के आगमन की खुशी में गीत गाकर स्वागत करते हैं। पाम संडे सेगिरिजाघरों में शुरू हुआ प्रभु आराधना एवं भक्ति का सिलसिला ईस्टर तक जारी रहेगा।