यूक्रेन जंग को 50 दिन पूरे हो चुके हैं। इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने यूक्रेन के लिए 800 मिलियन डॉलर( million dollar) करीब 6,089 करोड़ रुपए के मिलिट्री सहायता को मंजूरी दी है। रूसी हमले से निपटने के लिए दी जा रही इस सहायता में तोप, बख्तरबंद गाड़ियां और हेलिकॉप्टर( helicopter) शामिल हैं।
मैक्रों ने रूसी हमले को क्रूर जंग करार दिया। उन्होंने कहा कि जो हो रहा है, वह पागलपन है। मैक्रों ने कहा कि नरसंहार शब्द के इस्तेमाल से बचना चाहिए, क्योंकि रूस और यूक्रेनी लोगों के बीच भाईचारा है।
100 मिलियन यूरो कीमत के मिलिट्री इक्विपमेंट्स ( eqipments)
फ्रांसीसी डिफेंस मिनिस्टर र्फ्लोरेंस पार्ली ने बुधवार को कहा कि फ्रांस ने यूक्रेन को अतिरिक्त सैन्य सहायता देगा। यह सहायता यूक्रेन की मांग पर दी जा रही है। फ्रांस पहले ही यूक्रेन को 100 मिलियन यूरो कीमत ( price)के मिलिट्री इक्विपमेंट्स मुहैया करा चुका है। हालांकि इस अतिरिक्त सैन्य सहायता में क्या शामिल होगा, इस बारे में कोई जानकारी( information) नहीं दी गई है।
चारों देशों के राष्ट्रपति( president) जेलेंस्की से मिलने कीव पहुंचेंगे
पोलैंड( poland), लिथुआनिया, एस्टोनिया और लातविया के राष्ट्रपतियों ने कीव से 40 किलोमीटर ( kilometer)उत्तर-पश्चिम में बोरोडिएंका का दौरा किया। इस शहर की आबादी 12,000 है। इन्होंने यूक्रेन के लिए सैन्य समर्थन बढ़ाने और रूस को हमले के लिए जवाबदेह ठहराने की मांग की। चारों देशों के राष्ट्रपति जेलेंस्की से मिलने कीव पहुंचेंगे।
यह जंग ( war)नहीं है आतंकवाद है।
पोलैंड के राष्ट्रपति आंद्रेजेज डूडा ने कहा कि यह जंग नहीं है आतंकवाद है। हम केवल अपराधों को अंजाम देने वाले सैनिकों के बारे में बात नहीं कर रहे हैं। जिन्होंने आदेश दिए उन सभी को न्याय के दायरे में लाया जाना चाहिए।