Chhattisgarh News : छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh)के राजनांदगांव (Rajnandgaon)जिले की सीमा से सटे महाराष्ट्र (Maharashtra)के गढ़चिरौली जिले (Gadchiroli District)में फोर्स को बड़ी सफलता मिली है। शादी समारोह (wedding ceremony)में शामिल होने पहुंचे 4 हार्डकोर नक्सलियों (hardcore naxalites)को पुलिस ने दबोच लिया। गिरफ्तार माओवादियों (arrested Maoists)पर कुल 18 लाख रुपये का इनाम घोषित था। पकड़े गए नक्सलियों में एक महिला नक्सली भी शामिल हैं। सभी एक नक्सल समर्थक(naxal supporters) के शादी समारोह में शामिल होने आए थे। गिरफ्तार नक्सली कई बड़ी वारदातों में शामिल रहे हैं।
गढ़चिरौली पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक 21 अप्रैल की शाम भामरागढ़ क्षेत्र के नेलगोंडा गांव में एक शादी समारोह था। मुखबिर से सूचना मिली कि कुछ नक्सली कार्यक्रम में शामिल होने आए हैं। सूचना पर पुलिस की सी-60 के जवानों ने पूरे गांव की घेराबंदी कर 4 हार्डकोर नक्सलियों को विवाह घर से गिरफ्तार कर लिया। जिस समय पुलिस गांव पहुंची उस समय बारात में कुछ नक्सली डांस कर रहे थे। गिरफ्तार माओवादियों की पहचान भरत मैनू हिचामी, मानिक गावड़े, रामजी दोघे वड्डे और सुमन कुड़यामी के रूप में हुई है। सभी लंबे समय से माओवादी संगठन के लिए काम कर रहे थे और फोर्स को नुकसान पहुंचाने सहित लूट, हत्या, आगजनी की घटनाओं में सामिल रहे हैं।
गढ़चिरौली पुलिस को मिली बड़ी सफलता
गढ़चिरोली एसपी अंकित गोयल ने बताया कि नेलगोंडा गांव से 4 हार्डकोर नक्सली नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार माओवादियों में बाबू उर्फ रामजी दोघे (30 वर्ष) एरिया कमेटी मेंबर कंपनी नंबर-10 है। बाबू पर 8 लाख रुपये का इनाम घोषित था। इसी तरह मानिक गावड़े (34 वर्ष) मारुति गट्टा दलम में बतौर एरिया कमेटी के मेंबर के तौर पर काम कर रहा था, उस पर 6 लाख रुपये, सुमन और अजीत पर 2-2 लाख रुपये का इनाम घोषित था। टीसीओसी कैंप के दौरान नक्सलियों की गिरफ्तारी को पुलिस बड़ी सफलता मान रही है।
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मर्दीनटोला मुठभेड़ में मारे गए थे 26 नक्सली
बता दें कि छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र के बार्डर पर 13 नवंबर 2021 को सुरक्षा बलों ने गढ़चिरौली के मर्दीनटोला में ऑपरेशन चलाकार 26 नक्सलियों को ढेर किया था। इस मुठभेड़ में नक्सलियों के शीर्ष नेतृत्व के लीडरों की मौत हुई थी, जिसमें छत्तीसगढ़ के आठ इनामी नक्सली भी शामिल थे। इस मुठभेड़ के 5 महीने बाद नक्सलियों ने 14 मार्च को 2 ग्रामीण की हत्या की वारदात को अंजाम दिया था। छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र की सीमा पर पुलिस को मिली सफलता से नक्सल संगठन को बड़ा झटका लगा है। छत्तीसगढ़ में भी लाल आतंक पर लगातार लगाम कसा जा रहा है।