लगातार तीन दिनों तक लू चलने के बाद छत्तीसगढ़ में मौसम ने करवट बदली है। गुरुवार रात रायपुर, बिलासपुर और दुर्ग सहित कवर्धा, जांजगीर-चांपा, मुंगेली में तेज आंधी और बिजली के साथ बारिश हुई। इसके चलते कई इलाकों में सुबह तक बिजली गुल थी। मौसम में आए बदलाव के चलते लोगों को गर्मी से थोड़ी राहत जरूर मिली है। हालांकि शुक्रवार सुबह से एक बार फिर सूरज का पारा चढ़ने लगा है। सर्वाधिक 17 मिलीमीटर बारिश राजनांदगांव में दर्ज की गई। इसके अलावा रायपुर में 16.1 मिमी, दुर्ग में 11, बिलासपुर में 5.8, जगदलपुर में 0.9 और पेण्ड्रा में 0.2 मिमी रिकॉर्ड हुई।
गुरुवार को दिन का माैसम अपेक्षाकृत ठंडा रहा है। प्रदेश का अधिकतम तापमान 42.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ है। यह सारंगढ में मापा गया है। राजनांदगांव में अधिकतम तापमान 42.5 डिग्री, बिलासपुर में 42 डिग्री, रायपुर में 41.9 डिग्री, पेण्ड्रा रोड में 41.2 डिग्री, दुर्ग में 41 डिग्री और जगदलपुर में 37.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह सामान्य से 4 डिग्री सेल्सियस तक ही अधिक रहा है। शाम होते ही मौसम में बदलाव दिखने लगा।
शाम 6.30 से 7 बजे तक कई जिलों में हवा अंधड़ में बदल चुकी थी। बिलासपुर, जांजगीर-चांपा और कवर्धा जिलों के कुछ हिस्सो में गरज-चमक के साथ बरसात हुई। मौसम विभाग ने बताया, उत्तर पूर्व मध्य प्रदेश के ऊपर एक चक्रीय चक्रवाती घेरा स्थित है। यहां से तेलंगाना तक एक द्रोणिका 1.5 किमी ऊंचाई तक स्थित है। इसकी वजह से दुर्ग संभाग के उत्तरी जिलों और बिलासपुर संभाग के जिलों में वर्षा हुई है। बरसात की वजह से लोगों को रात की गर्मी से कुछ राहत मिली है।
अंधड़ की वजह से बिजली गुल
राजधानी रायपुर में रात आए तेज अंधड़ की वजह से बिजली के तारों को नुकसान पहुंचा है। संतोषी नगर, मोती नगर, सेज बहार, बोरियाखुर्द इलाके में कुछ देर के लिए बिजली चली गई। कई इलाकों में लो वोल्टेज की समस्या भी आई। लोगों को इसकी वजह से काफी परेशानी भी उठानी पड़ी।
आज भी बरसात के आसार
मौसम विज्ञानियों के मुताबिक प्रदेश के उत्तरी हिस्सों में उत्तर-पश्चिम से गर्म हवा और दक्षिणी हिस्से में अपेक्षाकृत ठंडी दक्षिणी हवा का आगमन अब भी जारी है। इसकी वजह से शुक्रवार को भी एक-दो स्थानों पर हल्की वर्षा हो सकती है। कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ छींटे पड़ने की भी संभावना है।