महासमुंद। दुष्कर्म के आरोपित ने न्यायालय परिसर में आत्महत्या का किया प्रयास। सूत्रों के अनुसार आरोपित संभवत जेल परिसर में लगे धतूरा व कनेर का फल खाकर पेशी में न्यायालय आया था। फास्टट्रैक कोर्ट में सुनवाई होनी थी। इस बीच उसने धतूरा, कनेर का प्रभाव न देखकर किसी धारदार वस्तु से नस काटने का प्रयास किया। फिलहाल उसे अस्पताल भर्ती किया गया है।
जिला जेल में पास्को एक्ट व दुष्कर्म के मामले में बीते वर्ष फरवरी से निरुद्ध आरोपित ने सोमवार को सुनवाई के पहले न्यायालय परिसर में आत्महत्या का प्रयास किया है। सूत्रों के अनुसार आरोपित ने बाहर से कुछ खाया था, जिससे उसके मुंह से झाग निकलता देखा गया, यहीं नहीं उसके गले पर भी निशान देखे गए।
पुलिस इस मामले में कुछ बताने से बच रही है। टीआइ ने बताया कि पेशी के लिए पुलिस लाइन के जवान लेकर गए थे। जानकारी रक्षित निरीक्षक दे पाएंगे। वहीं एसपी विवेक शुक्ल ने कहा कि घटना हुई है। पूरी जानकारी उन्हें नहीं है। वे एक कार्यक्रम में हैं।
इधर जानकारी अनुसार तुमगांव थानांतर्गत ग्राम भोरिंग निवासी आरोपित रूपेंद्र मालवे 22 वर्ष पर नाबालिग का अपरहण व अनाचार की रिपोर्ट है। उसे बीते वर्ष फरवरी में गिरफ्तार कर जेल निरुद्ध किया गया है।
सोमवार को उसकी पेशी थी।
सुबह 11 बजे पुलिस लाइन के जवानों ने उसे अन्य आरोपितो के साथ न्यायालय लाया और अभिरक्षा में रखा। शाम चार बजे की घटना बताई गई है। फास्टट्रैक न्यायाधीश योगिता विनय वासनिक के कोर्ट में पेश किया जाना था। इससे पहले आरोपित ने आत्महत्या का प्रयास किया।
अब यह जांच का विषय है कि उसे आत्महत्या करने के लिए विषाक्त वस्तु या धारदार वस्तु कैसे और कहां से मिले। ड्यूटी में जो जवान तैनात थे, वही बेहतर बता पाएंगे।