“ऊर्जा विभाग के सचिव अंकित आनंद ने बस्तर के विकास कार्यों की समीक्षा।”
जगदलपुर ऑफिस डेस्क :- आकांक्षी जिला बस्तर के विकास सूचकांक स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा, कृषि, कौशल विकास, वित्तीय समावेशन और बुनियादी ढांचा जैसे विकास के क्षेत्रों की समीक्षा ऊर्जा विभाग के सचिव अंकित आनंद ने सोमवार को जिला कार्यालय के प्रेरणा हाल में किया।
सचिव आनंद ने बस्तर जिले में मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान, कुपोषण दूर करने के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा किए प्रयास तथा संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने के लिए जिला प्रशासन द्वारा संचालित मांझी योजना की सराहना की, साथ ही कोविड काल में पढ़ाई तुहर द्वार के तहत् मोहल्ला क्लास (लाउण्ड स्पीकर) और सीख कार्यक्रम की भी सराहना किए।
सचिव आनंद द्वारा बस्तर जिलें में कुपोषण स्तर को दूर करने में महिला एवं बाल विकास विभाग के सुपरवाइजर व कार्यकर्ताओं को गृहभेंट का सतत् जारी रखते हुए इसके दिन निर्धारित कर समूह में घर-घर जाकर जागरूकता लाने के प्रयास करने की आवश्यकता बताई। इसके अलावा आधारभूत सरंचनाओं के विकास पर भी जोर देकर सभी बसाहटों में विद्युत व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने के लिए गांवों में युवाओं को बैंक काॅरेस्पोंडेंस के तौर पर नियुक्त करने के साथ ही ग्रामीणों को प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना जैसे बहुत ही कम दर पर उपलब्ध बीमा योजनाओं के माध्यम से सुरक्षा प्रदान करने पर भी जोर दिया।
उन्होंने किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, फसल बीमा योजना आदि योजनाओं से लाभान्वित करने कहा। बैठक में बस्तर जिले में नवाचार के रूप में संचालित जनजातीय संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन के लिए बादल एकेडमी और कलागुड़ी का संचालन, युवा स्वरोजगार को प्रोत्साहित करने के लिए स्थापित थिंक बी,
प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए संचालित ज्ञानगुड़ी, रोजगार संवर्धन के लिए बस्तर में महिला स्वसहायता समूहों के माध्यम से की जा रही पपीता और काॅफी की खेती, शिक्षा के लिए मोहल्ला क्लास एवं सीख कार्यक्रम आदि के संबंध में जानकारी दी।