Chhattisgarh News : पिछले माह झारखंड (Jharkhand)के देवघर में हुए रोपवे हादसे (ropeway accident)के बाद भारत सरकार (Indian government)ग्रह मंत्रालय (home ministry)ने देश के सभी राज्यों (states)में स्थित रोपवे के आडिट तथा जांच के निर्देश दिया था। इसी के तहत ग्रह मंत्रालय भारत सरकार से एनडीआरएफ(नेशनल डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स)(राष्ट्रीय आपदा मोचक बल) की टीम ने मां बम्लेश्वरी पहाड़ पर स्थित रोपवे के आडिट तथा मानक जांच किया। भारत सरकार की टेक्निकल टीम ने रोपवे का सूक्ष्म अध्ययन तथा बारीकी से जांच की, रोपवे संचालन (ropeway operation)करने वाली दामोदर कनवेयर कंपनी(Damodar Conveyor Company) के अधिकारियों से जानकारी ली। रोपवे के डॉक्यूमेंट को देखा, एनडीआरएफ की टीम ने रोपवे संचालन पर संतुष्टि जताई तथा कुछ खामियों को दूर करने रोपवे कंपनी तथा मां बम्लेश्वरी ट्रस्ट समिति (Maa Bamleshwari Trust Committee)के पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए तथा स्थानीय प्रशासन को रोपवे कंपनी द्वारा हर तीन माह में किए जा रहे मेंटेनेंस रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए। एनडीआरएफ की टीम (Team)ने रोपवे ट्राली में स्थित रस्सियों की सीढ़ी को लंबाई बढ़ाने के निर्देश भी दिए जिससे आपात स्थिति में दर्शनार्थी उन रस्सी की सीढ़ियों(rope stairs) से नीचे आ सके।
एनडीआरएफ टीम द्वारा की गई जांच रिपोर्ट ग्रह मंत्रालय भारत सरकार को सोपा जाएगा। आपको बता दें कि देवघर हादसे के बाद भारत सरकार ने संज्ञान लिया था तथा सभी राज्यों के मुख्य सचिव को पत्र लिखकर प्रदेश में स्थित रोपवे के आडिट तथा मानक जांच के निर्देश दिए थे। छत्तीसगढ़ राज्य में सिर्फ डोंगरगढ़ स्थित मां बम्लेश्वरी मंदिर पहाड़ पर रोपवे है।