बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की 67वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा का पेपर परीक्षा से पहले ही लीक हो गया। BPSC का पेपर लीक होने को लेकर आरा में छात्रों ने हंगामा किया। छात्रों का आरोप है कि प्रश्न पत्र परीक्षा से कुछ मिनट पहले ही वायरल हो गया था। बताया जा रहा है कि परीक्षा खत्म होने के बाद वायरल प्रश्न पत्र मूल प्रश्न पत्र से मैच कर गया है। इसको लेकर आरा के वीर कुंवर सिंह कॉलेज परीक्षा केंद्र पर सैकड़ों परीक्षार्थियों ने पेपर लीक को लेकर हंगामा किया।
BPSC परीक्षा का C सेट लीक
बिहार लोक सेवा आयोग की पीटी परीक्षा का सी सेट का प्रश्न पत्र लीक हुआ है। आज बिहार के कई जिलों में 67वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्ष हुई। इस परीक्षा में राज्य से करीब छह लाख अभ्यर्थी शामिल हुए थे। परीक्षा के लिए बिहार के 38 जिलों में 1083 एग्जाम सेंटर बनाए गए थे। केवल पटना में ही 83 केंद्र थे, जिन पर 55,710 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी। परीक्षा को लेकर सभी केंद्रों पर मजिस्ट्रेट और दंडाधिकारी की नियुक्ति की गई थी।
परीक्षा रद्द करने का फैसला
बताया जा रहा है कि इस मामले पर एक्शन लेते हुए BPSC ने तीन सदस्यीय जांच कमिटी गठित की थी। 67वीं संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा के संबंध में 3 सदस्यीय समिति द्वारा रिपोर्ट सौंपे जाने के बाद परीक्षा रद्द करने का फैसला लिया गया। बिहार लोक सेवा आयोग ने एक बयान में कहा है कि बिहार डीजीपी से अनुरोध किया गया है कि साइबर सेल द्वारा ‘प्रश्न पत्र लीक’ मामले की जांच की जाए।
तेजस्वी यादव का तंज
BPSC का पेपर लीक होने के बाद मामले पर राजनीति भी शुरू हो गई है। बिहार विधानसभा में नेता विपक्ष तेजस्वी यादव ने इसपर ट्वीट करते हुए कहा कि बिहार के करोड़ों युवाओं और अभ्यर्थियों का जीवन बर्बाद करने वाले बिहार लोक सेवा आयोग का नाम बदलकर अब “बिहार लोक पेपर लीक आयोग” कर देना चाहिए।