नई दिल्ली/ रायपुर। भारत निर्वाचन आयोग ने राज्यसभा की 57 सीटों पर चुनाव की घोषणा कर दी है, जिसमें छत्तीसगढ़ की 2 सीटें भी शामिल हैं। भाजपा के रामविचार नेताम और कांग्रेस की छाया वर्मा का कार्यकाल 29 जून को समाप्त हो रहा है। चुनाव की अधिसूचना 24 मई को जारी की जाएगी। राज्यसभा के लिए 31 मई तक नामांकन दाखिल किया जा सकेगा। 1 जून को नामांकन पत्रों की जांच होगी और 2 जून तक उम्मीदवार को नामांकन पत्र वापस लेने का मौका दिया जाएगा। 10 जून को राज्यसभा के लिए मतदान कराया जाएगा। मतदान सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक होगा। 10 जून को ही परिणाम जारी किए जाएंगे।
बता दें कि छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत राज्यसभा जाने की इच्छा जता चुके हैं। डॉ. महंत ने कहा था कि मैं विधानसभा और लोकसभा जा चुका हूं। 11 बार चुनाव लड़ चुका हूं। ऐसे मैं राज्यसभा में एक बार सेवा करना चाहता हूं। यह मैं आज करूं या 5 साल बाद करूं यह अलग बात है। 90 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के 71 विधायक हैं। ऐसे में दोनों सीटों पर कांग्रेस प्रत्याशियों की जीत तय मानी जा रही है। चुनाव की घोषणा होते ही अब राज्यसभा जाने के दावेदारों की लॉबिंग शुरू हो गई है। कौन राज्यसभा जाएगा इसका अंतिम फैसला सीएम भूपेश बघेल को ही लेना है।
सीट के दावेदारों में यह नाम भी सामने
राज्यसभा सीट के दावेदारों में कांग्रेस की तरफ से एक स्थानीय नेता और दूसरी राष्ट्रीय नेता के लिए आरक्षित किये जाने के आसार बन रहे हैं। सूत्रों की मानें तो छत्तीसगढ़ से राज्यसभा सांसद बनने वाले नेताओं में कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी, पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल और पी. चिदंबरम के नामों की भी चर्चा है। हालांकि कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी के नाम का दावा 2 साल पहले से किया जा रहा है। वहीं स्थानीय स्तर पर 6 चेहरे गिनाए जा रहे हैं। यह बात भी तय है कि कांग्रेस आलाकमान उन्ही नामों पर अपनी मुहर लगाएंगी, जिनकी सिफारिश सीएम भूपेश बघेल करेंगे।
जीत के लिए 31 विधायकों का समर्थन
राज्यसभा चुनाव में मतदान का फार्मूला है। रिक्त सीटों की संख्या में 1 जोड़कर कुल विधायकों की संख्या का विभाजन किया जाता है। आए नतीजों में फिर 1 जोड़कर न्यूनतम वोटरों की संख्या तय होती है। इसे इस तरह भी समझ सकते हैं। छत्तीसगढ़ में राज्यसभा के लिए 2 सीटों पर चुनाव होने हैं। 2 में 1 जोड़कर संख्या 3 हो जाती है। अब विधायकों की कुल संख्या यानी 90 को 3 से भाग देने पर 30 भागफल आएगा। इस 30 में 1 जोड़ा तो संख्या 31 होगी। यानी किसी प्रत्याशी को जीत के लिए कम से कम 31 विधायकों के समर्थन की जरूरत होगी।