रायपुर। स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट में हुए छत्तीसगढ़ के सरकारी हेलिकॉप्टर हादसे में मारे गए पायलट जीके पांडा का शुक्रवार को रायपुर में अंतिम संस्कार किया गया। वहीं दूसरे पायलट कैप्टन अजय श्रीवास्तव के शव को दिल्ली भेजा गया है। उनका अंतिम संस्कार वहीं किया जाएगा। इसके साथ ही उनकी पत्नी, बेटी भी परिवार के साथ लौट गए हैं। इससे पहले दोनों पायलट के शवों को अंबेडकर अस्पताल में पोस्टमार्टम किया गया। इस दौरान दोनों के शवों की जांच की गई। पोस्टमार्टम के वक्त तकनीकी विश्लेषण के लिए DGCA की टीम भी मौजूद थी।
दिल्ली के रहने वाले पायलट कैप्टन एपी श्रीवास्तव की पत्नी मंजू और बेटी पूर्वी भी रायपुर पहुंचे थे। पत्नी मंजू ने पति का शव देखा तो वह लड़खड़ा गईं, तब बेटी ने ही मुश्किल से संभाला। हादसे में मारे गए पायलट श्रीवास्तव का ताल्लुक पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के परिवार से है। वो पूर्व पीएम के बेटे और कैबिनेट मंत्री अनिल शास्त्री के साले थे। अनिल के बेटे दिल्ली के पूर्व विधायक आदर्श शास्त्री भी रायपुर आए थे।
आदर्श ने बताया था कि एयरफोर्स में ग्रुप कैप्टन एपी श्रीवास्तव छत्तीसगढ़ सरकार के हैलिकॉप्टर में ट्रेनिंग देने यहां आए थे। उन्हें बीती रात ही हेलिकॉप्टर क्रैश होने की खबर मिली थी। पायलट श्रीवास्तव का अंतिम संस्कार इंडियन एयर फोर्स के माध्यम से दिल्ली में शनिवार को किया जाएगा। कैप्टन श्रीवास्तव मूलत: उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ के रहने वाले थे।
छत्तीसगढ़ में पिछली सरकार में मुख्यमंत्री रहे डॉ रमन सिंह ने भी दोनों दिवंगत पायलट को अपनी श्रद्धांजलि दी। डॉ रमन सिंह ने बताया कि पिछले कार्यकाल में उन्होंने पायलट जीके पांडा के साथ काम किया था। उनके पारिवारिक संबंध थे, हादसे में हुई इस मौत से वो दुखी हैं, उनके लिए यह निजी क्षति की तरह है। मूलतः ओडिशा के रहने वाले पांडा एयरफोर्स से रिटायरमेंट के बाद साल 2010 से छत्तीसगढ़ में सेवाएं दे रहे थे।
टेल रोटेटर में आई गड़बड़ी की वजह से हादसा
रायपुर रेंज के आईजी ओपी पाल ने बताया कि एयरपोर्ट पर डीजीसीए की टीम लगातार हेलिकॉप्टर क्रैश में मलबे की जांच कर रही है। अब तक हुई जांच में हेलिकॉप्टर के टेल रोटेटर में आई गड़बड़ी की वजह से हादसा होने की जानकारी सामने आई है। हालांकि ये लंबी प्रक्रिया है। इस जांच को पूरा होने में वक्त लगेगा। चॉपर का ब्लैक बॉक्स भी बरामद किया गया है जिसमें आखिरी वक्त में हुई पायलट की बातचीत रिकॉर्ड होती है, जिससे यह पता चल पाता है कि आखिर हादसा क्यों हुआ इसकी जांच की जा रही है।