Gyanvapi Masjid Survey: वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद में दूसरे दिन का सर्वे पूरा हो गया. आज यानी रविवार को मस्जिद परिसर में सर्वे करने के लिए टीम सुबह 8 बजे पहुंची थी. सर्वे दोपहर 12 बजे तक चलना था, लेकिन सर्वे करने वाली टीम मस्जिद से करीब 1.30 बजे निकली. टीम कल फिर सर्वे करने पहुंचेगी. इससे पहले शनिवार को भी सुबह 8 बजे से दोपहर 12 बजे तक सर्वे हुआ था. दूसरे दिन के सर्वे में मस्जिद के अंदर सात- आठ फीट का ढेर मिला जो सफेद पेंट से ढका हुआ था.
सर्वे के बीच मस्जिद में वजूखाने के पास तालाब पर विवाद हो गया है. हिंदू पक्ष और मस्जिद कमेटी आमने-सामने आ गया. हिंदू पक्ष ने तालाब का पानी निकालने की मांग की. वहीं मस्जिद कमेटी ने पानी निकालने का विरोध किया है. हिंदू पक्ष के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, गुंबद की तरफ सर्वे के दौरान एक दीवार पर हिन्दू परंपरा के आकार दिखे, उसे सफेद चुने से रंग गया है. सर्वे की टीम ने इसकी वीडियोग्राफी की और प्रतीक चिन्ह का भी जिक्र किया जिनसे उनकी बात को बल मिल रहा है. जानकारी के मुताबिक, आज का सर्वे का 11.40 बजे तक पूरा हो गया था. उसके बाद आज के सर्वे का ड्राफ्ट तैयार किया गया. उसके बाद सभी पक्षकारों के दस्तखत कराए गए.
मस्जिद के पश्चिमी हिस्से की एक दीवार है, जिसके पीछे एक खंडहरनुमा अवशेष है. हिंदू पक्ष की मांग है कि मलबा हटाकर वहां का सर्वे किया जाए. हिंदू पक्ष ने मस्जिद में कुछ जगहों पर पुताई पर सवाल उठाया. दरअसल मस्जिद के अंदर के हिस्से में ग्रे रंग के पत्थर लगे हुए हैं. उनमें कुछ हिस्सों पर पुताई की गई थी. उसको लेकर विवाद हुआ. कुछ देर तक सर्वे का काम बाधित भी था. लेकिन कोर्ट कमीश्नर ने बातचीत से मामले को सुलझाया.
इससे पहले शनिवार को तहखाने के पांचों कमरों का सर्वे किया गया था. सर्वे के बाद हिंदू पक्ष ने दावा किया कि सारे साक्ष्य हमारे पक्ष में हैं. तहखानों में मूर्तियों के भग्नावशेष मिले हैं. हिंदू पक्ष ने कहा कि तहखाने में शरारती तत्वों ने मिट्टी भर दी थी उसे साफ किया गया. लिंगायत समाज में काशी में लिंग दान का प्रचलन है, तहखाने में उस परम्परा के टूटे लिंग मिले हैं.