सीनियर कांग्रेस( congress) लीडर, कानून के जानकार, गांधीवादी और पूर्व मंत्री एडवोकेट हुसैन दलवाई के निधन पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उन्हें विनम्र श्रंद्धाजलि दी है। भूपेश बघेल ने कहा है कि हुसैन दलवाई जी की आत्मा को शांति मिले।
16 सालों तक वे विधानसभा( vidhansabha) के सदस्य रहे. वसंतदादा पाटील के मंत्रिमंडल में कानून मंत्री रहे। एडवोकेट हुसैन दलवाई अपने पीछे बेटे दिलावर, फिरोज, मुश्ताक और दो बेटियां रेहाना और शहनाज को छोड़ गए हैं। हुसैन दलवाई का जन्म महाराष्ट्र के चिपलूण तालुके में मिरोली गांव में 17 अगस्त 1922 को हुआ था।
जीवन भर कांग्रेस ( congress)से ही जुड़े रहे
1952 में वे कांग्रेस में शामिल हुए. इसके बाद वे जीवन भर कांग्रेस से ही जुड़े रहे।वे कानून के बहुत उम्दा जानकारी रखते थे. उन्होंने कईदशकों तक बॉम्बे हाईकोर्ट, सुप्रीम कोर्ट ( supreme court)में प्रैक्टिस किया। एडवोकेट हुसैन दलवाई के रिश्ते दिवंगत यशवंतराव चव्हाण, वसंतदादा पाटील और एनसीपी प्रमुख शरद पवार से काफी अच्छे रहे।वे मुंबई ( mumbai )के यशवंतराव चव्हाण प्रतिष्ठान से जुड़े हुए थे। कई इंटरनेशनल काउंसिल( international council) में उन्होंने कांग्रेस का प्रतिनिधित्व किया था। कानून की शिक्षा हासिल करने के बाद उन्होंने लॉ प्रैक्टिस शुरू की।