रायपुर। छत्तीसगढ़ डायसिस के विभिन्न पासबानो के कार्यशाला का आयोजन सेंट पॉल केथेड्रल रायपुर में किया गया। इसमें प्रदेशभर के धर्मसेवकों ने बिशप द राइट रेवरेंड अजय उमेश जेम्स से धर्म सेवकाई के टिप्स सीखे। वर्कशाप में धर्मसेवकों की समस्याओं और इवेंजलिज्म का रेड-मैप भी तय किया गया। रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर व अंबिकापुर संभागों के पादरी, डीकन व सेवक भी शामिल हुए। इस मौके पर देश व प्रदेश में शांति, समृद्धि, उन्नति, भाईचारे के लिए विशेष रूप से प्रार्थनाएं की गईं। अच्छे मानसून के लिए दुआ की गी ताकि अन्नदाता किसान राष्ट्र के लिए खाद्यान्न उपजा सकें।
कार्यशाला के प्रथम दिवस सोमवार को सर्वप्रथम आराधना में पवित्र संस्कार प्रभुभोज संपन्न किया गया। इसका संचालन प्रेसबिटर इंचार्ज रेव्हरेंड अजय मार्टिन व अन्य पास्टरों ने किया। तत्पश्चात डायसिस की कार्यशाला की अध्यक्षता द राईट रेव्हरेंड अजय उमेश जेम्स द्वारा चुनौतीपूर्ण प्राथमिक संदेश दिया गया। उन्होंने कहा कि प्रभु यीशु का मार्ग चुनौतीपूर्ण है। कांटों से भरा है, परंतु जो अभिषेक हमें मिला है उसके आधार पर हम उसकी सेवा में विश्वस्त बने रहे। समाज हित व नैतिक मूल्यों की स्थापना में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करते रहें। डायसिस के प्रवक्ता जॉन राजेश पॉल ने बताया कि क्रिश्चियन लाइफ एवम इवेंजलिज्म के निदेशक रेव्ह. समशेर शेमुएल ने कार्यशाला के उद्देश की विस्तृत जानकारी दी।उन्होंने बताया कि चर्च को किस मॉडल में विकसित किया जाना चाहिए। छत्तीसगढ़ डायसिस के सचिव रेव्हरेंड अतुल आर्थर ने पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से भारतीय परिप्रेक्ष्य में इवेंजलियन पर शानदार जानकारी प्रस्तुत की। उन्होंने कहा कि *इवेंजलिज्म चर्च की जीवन रेखा है। इसका वीडियो प्रदर्शन कर के भारतीय संविधान की जानकारी भी प्रदान की। अंत में डीनरी स्तर पर चर्च विकास हेतु भविष्य की योजना पर परिचर्चा की गई। पश्चात इस पर रिपोर्ट प्रस्तुत की गई।
कार्यशाला सेंट पॉल कैथेड्रल में आज सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम के अंतिम दिन कलीसियाओं व पासबानो के कार्यो में आ रही समस्याओ पर चर्चा की गई। समाजसेवी गुलाब जोसफ द्वारा व्यवसाय व हमारे कर्तव्य पर अपना भावनाएं व्यक्त की। स्टीवर्डशिप कमेटी के सचिव जॉन राजेश पॉल ने कमेटी की ओर से 15 मई को भंडारीपन रविवार की सफलता के लिए बिशप जेम्स, सभी पादरियों, पास्ट्रेट कमेटियों व चर्चों के सभी विंगों की सराहना करते हुए भविष्य की रूपरेखा की जानकारी दी। अंत में डीनरी स्तर पर चर्च विकास के लिए भविष्य की कार्ययोजना पर रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। डायोसिस के बिशप अजय जेम्स व डायोसिस के उपाध्यक्ष रेव्ह.अजय मार्टिन ने अनुशासन के संदर्भ में समस्त पासबानों को डाइड-साइन दी।। कार्यक्रम का संचालन रेव्हरेंड समशेर सैमुएल ने किया। धन्यवाद ज्ञापन डायोसिस के सचिव रेव्हरेंड अतुल आर्थर ने दिया।