नई दिल्ली। इंडियन सार्स-कोव-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (इन्साकाग) ने हैदराबाद में पाए गए ओमिक्रान सबवेरिएंट BA.4 के भारत में पहले मामले को लेकर पुष्टी कर दी है। कोरोना वायरस का यह स्ट्रेन BA.2 सबवेरिएंट की तरह ही है। भारतीय SARS-CoV-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (INSACOG) ने कहा कि BA.4 ओमिक्रोन वैरिएंट की पहचान हैदराबाद में एक कोविड पाजिटिव व्यक्ति के नमूने में की गई। इस व्यक्ति का 9 मई को सैंपल लिया गया था।
INSACOG confirms India’s first case of Omicron subvariant BA.4, detected in Hyderabad. This strain of coronavirus, is like BA.2 subvariant: Sources#COVID19 pic.twitter.com/TdCPpLvtWC
— ANI (@ANI) May 20, 2022
जनवरी के बाद से ओमिक्रोन के BA.4 और BA.5 वैरिएंट दक्षिण अफ्रीका में कोरोना की पांचवीं कोरोना लहर के रूप में देखा गया है। इन वैरिएंट के चलते ही अमेरिका और यूरोप में कोरोना संक्रमण की एक नई लहर है। यह पहली बार है जब भारत में ओमिक्रोन के BA.4 वैरिएंट की जानकारी सामने आई है।
BA.4 और BA.5 को घोषित किया जा चुका है वैरिएंट आफ कंसर्न
अभी हाल ही में 12 मई को यूरोपियन सेंटर फार डिजीज प्रिवेंशन एंड कंट्रोल (ECDPC) ने BA.4 और BA.5 ओमिक्रोन वैरिएंट को वैरिएंट आफ कंसर्न (VoC) घोषित किया था। ईसीडीपीसी ने BA.4 और BA का जिक्र करते हुए कहा था कि इन वैरिएंट के स्पष्ट साक्ष्य उपलब्ध हैं जो ट्रांसमिशन, गंभीरता और प्रतिरक्षा पर एक महत्वपूर्ण प्रभाव का संकेत देते हैं।
विश्व के कई देशों में इस सबवैरिएंट के चलते आई कोरोना की नई लहर
बता दें कि ओमिक्रोन के BA.4 और BA.5 वैरिएंट को सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका के स्वास्थ्य अधिकारियों ने क्रमशः जनवरी और फरवरी में रिपोर्ट किया था। तब से दोनों वैरिएंट दक्षिण अफ्रीका, अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी और डेनमार्क आदि सहित यूरोप के देशों में कोरोना की नई लहर के रूप में देखा गया है। इन देशों में ओमिक्रोन के ये सबवैरिएंट ही कोरोना की लहर के लिए जिम्मेदार भी रहे हैं।
रिसर्च की रिपोर्ट के आधार पर BA.4 और BA.5 सबवैरिएंट ओमिक्रोन के मूल वैरिएंट से काफी अलग हैं, जिसके कारण वे पिछले संक्रमण से उत्पन्न प्रतिरक्षा से बचने की क्षमता रखते हैं। नए ओमिक्रोन वैरिएंट (BA.4 और BA.5) ने ओमिक्रोन के BA.2 वैरिएंट को बदल दिया है, जो कई देशों में सक्रिय कोरोना वायरस था।