यूरोप में मंकीपॉक्स (Monkeypox) के 100 से ज्यादा मामले सामने आने के बाद जहां यूरोपियन यूनियन (EU) में हड़कप मच गया है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भी इस पर चिंता जताई है। ब्रिटिश पब्लिकेशन ( british) मुताबिक संगठन (WHO) ने तेजी से बढ़ते मंकीपॉक्स के मामलों को लेकर चर्चा करने के लिए आपातकालीन बैठक बुलाई है।
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ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी एकैडमिक (Oxford University academic) के आंकड़े के मुताबिक फिलहाल इन संक्रमितों की संख्या 130 के आस पास हो सकती है। अफ्रीका ( africa)से लेकर दुनिया के कई हिस्सों में इसके मामले लगातार सामने आ रहे हैं। पुर्तगाल के स्वास्थ्य अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि देश में मंकीपॉक्स के 2 मामले सामने आए हैं।
इन देशों में दस्तक
फ्रांस, जर्मनी और बेल्जियम ने मंकीपॉक्स के अपने पहले मामलों की पुष्टि की है।वहीं अमेरिका (US), कनाडा (Canada), ब्रिटेन (UK), पुर्तगाल (Portugal), स्वीडन (Sweden) , स्पेन (Spain), इटली (Italy) और ऑस्ट्रेलिया (Australia) में भी मंकीपॉक्स के मामले सामने आ चुके हैं।
क्या हैं इसके लक्षण( symptoms)
मंकीपाक्स( monkeypox) के संक्रमण में बुखार, सिरदर्द, सूजन, पीठ दर्द, मांसपेशियों में दर्द और सामान्य रूप से सुस्ती शामिल हैं। बुखार के समय अत्यधिक खुजली वाले दाने विकसित हो सकते हैं, जो अक्सर चेहरे से शुरू होकर शरीर के अन्य हिस्सों में फैल जाते हैं। संक्रमण आमतौर पर 14 से 21 दिन तक रहता है।
कैसे फैलता है
यह संक्रमित जानवर के काटने से, या उसके खून, शरीर के तरल पदार्थ, या फर को छूने से हो सकता है।
बंदरगाहों और जमीनी सीमाओं पर निगरानी शुरू ( start)
केंद्र सरकार ने शुक्रवार को सभी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों, बंदरगाहों और जमीनी सीमाओं पर निगरानी शुरू कर दी है. वहीं अफ्रीका से आने वाले यात्रियों में लक्षण दिखाई दिए देंगें उनके नमूने आगे की जांच के लिए पुणे में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी) भेजे जाएंगे.