भिलाई। महंगाई के इस दौर में जहां पांच रुपए में नींबू नहीं मिल रहा, वहीं पांच रुपए में लोगों को खाना खिलाने वाला एक शख्स है। यहां सिर्फ खाना ही नहीं बल्कि मिठाइयां भी परोसी जाती हैं। ऐसा भिलाई के सुपेला (Supela) में रुबिन्दर बाजवा पिछले चार साल से कर रहे हैं। जो कई लोगों की मदद भी कर रहा है। उसका नाम मम्मा की रसोई (mama’s kitchen) है। पांच रुपए में खाना किसी सपने से कम नहीं है।
भिलाई के सुपेला में लेकिन यह हो रहा है। ग्रैंड न्यूज़ की टीम ने जब सच्चाई जानने के लिए भिलाई के सुपेला इलाके में पहुंची तो हैरान रह गए। यहां रुबिन्दर बाजवा (rubinder bajwa) और उनके साथी स्टॉल लगाकर खड़े थे। लोग आए और थाली में दाल, चावल और सलाद ले गए। भोजन की गुणवत्ता भी बहुत अच्छी थी। यहां पर जो चावल परोसा जा रहा था वह सामान्य था, लेकिन वह दाल के ढाबे जितना गाढ़ा था और देसी घी से ढका हुआ था। एक गाजर, ककड़ी और प्याज का सलाद भी परोसा गया। एक कटोरी में हलवा भी परोसा जा रहा था। वहीं जब हमने खाने वालों से बात की तो उन्होंने कहा कि यहां सिर्फ गरीब ही नहीं बल्कि हर वर्ग के लोग आते हैं।
लोगों का कहना है कि यहां के खाने का स्वाद बहुत ही अलग होता है। कई लोग यहां भोजन करने आते हैं और यहां तक कि अपना सहयोग भी करते हैं। रुबिन्दर बाजवा के इस नेक काम की हर कोई तारीफ कर रहा है। रुबिन्दर पिछले 4 साल से 5 रुपये मैं खाना दे रहे हैं।